ग्रीन रिसोर्सेस ने 2 लाख टन कचरे का किया निष्पादन, निगम ने किया करोड़ो का भुगतान
भोपाल
आदमपुर कचरा खंती से करोडों रुपए ग्रीन रिसोर्सेस कंपनी ने कमा चुकी है, लेकिन आज भी खंती में कचरा जहां का तहां नजर आ रहा है। जबकि कंपनी 3 साल से कचरे के निष्पादन का काम कर रही है, लेकिन खंती से कचरा कम नहीं हो रहा। हैरत की बात यह है कि निगम के अफसर कंपनी को अब तक कितना पेमेंट कर चुके हैं। इसके बारे में बताने को तैयार नहीं है।
चीफ सिटी इंजीनियर आरके सक्सेना का कहना है कि कंपनी को हर महीने 70 से 80 लाख का पेमेंट हुआ है। पूर्व में इनको एक – डेढ़ करोड़ रुपए महीना तक भुगतान होता था। चूंकि कंपनी बीते ढाई-तीन साल से काम कर रही है। इसलिए कंपनी को अब तक कुल कितना पेमेंट हो चुका है। यह बता पाना मुश्किल है।
कितना कचरा रोज होता प्रोसेस अफसरों को नहीं पता
स्वास्थ्य विभाग के अफसरों की कार्यप्रणाली को देखकर लगता है कि यह हमेशा कुम्भकर्ण की नींद में रहते हैं। इनको यह भी नहीं मामूल कि कंपनी रोजाना कितने कचरे का प्रोसेस करती है। जब इस बारे में अफसरों से पूछा गया तो उन्होंने जानकारी नहीं है यह कहकर पल्ला झाड़ लिया। अफसर अपनी लापरवाही एक – दूसरे पर डालते नजर आए। सक्सेना कहते हैं मॉनीटिरिंग अफसर राकेश शर्मा को पता होगा, राकेश शर्मा कहते हैं कि सक्सेना जी बता पाएंगे।
2 लाख टन कचरे का हुआ निष्पादन
ग्रीन रिसोर्सेस कंपनी तीन साल में अब तक मात्र 2 लाख टन कचरे का निष्पादन कर पाई है। जबकि अभी भी खंती में 3 लाख टन से अधिक कचरा पड़ा हुआ है। इस कंपनी को कचरे के निष्पादन का टेंडर जब हुआ था। तब वहां करीब 5 लाख टन कचरा था। चूंकि यहां पर 800 से 900 टन कचरा रोज आता है। इसके निष्पादन की जिम्मेदारी भी कंपनी पर है।
तीन साल से आंखों पर बांध रखी थी पट्टी
बार-बार आदमपुर कचरा खंती में लग रही आग से निगमायुक्त काफी नाखुश है। सूत्र बताते हैं कि निगमायुक्त कंपनी को हटाने का मुड बना चुके हैं। निगमायुक्त को जिम्मेदार इंजीनियरों पर भी कार्रवाई करनी चाहिए। जो तीन साल आंखों में पट्टी बांध कर बैठे हुए हैं। उन्हें खंती में लग रहे कचरे के पहाड़ नजर नहीं आए। कमीशन के चक्कर में बस कंपनी का धड़ल्ले से पेमेंट करवाते रहे। कंपनी को 333 रुपए प्रति किलो के हिसाब से पेमेंट किया जा रहा है।