November 29, 2024

सिर्फ 1 बड़ी गलती, और बॉबी देओल के करिअर पर लग गया था ग्रहण

0

मुंबई।

बॉबी देओल ने आज से 28 साल पहले बॉलीवुड में कदम रखा था। अपनी पहली ही फिल्म से बॉक्स आॅफिस पर छा जाने वाले बॉबी ने बहुत ही जल्द लोगों के दिलों में अपनी जगह बना ली थी। फिल्मी परिवार की बैकग्राउंड से आने वाले बॉबी ने बहुत ही कम समय में स्टाडरम हासिल कर लिया था, लेकिन सिर्फ उनकी एक गलती ने उनके सफल करिअर को बर्बाद कर दिया था।

बॉबी देओल ने साल 1995 में जब फिल्म बरसात से बॉलीवुड में कदम रखा था, तब उनके परिवार में दो सुपरस्टार पहले से मौजूद थे। एक तो उनके पिता धर्मेंद्र और दूसरे उनके बड़े भाई सनी देओल। बॉबी भी अपनी किस्मत साथ लेकर फिल्मों में उतरे थे, यही वजह थी कि उनकी पहली फिल्म बॉक्स पर सुपरहिट तो हुई ही, साथ ही साथ उनकी दूसरी फिल्म गुप्त, जो साल 1997 में आई थी, वो तो बॉक्स आॅफिस पर ब्लॉकबस्टर साबित हुई, उनके 28 साल के करियर में कई उतार-चढ़ाव देखे गए। इसमें कोई शक नहीं कि बॉबी बहुत ही कम समय में स्टारडम हासिल कर चुके थे, लेकिन सिर्फ एक गलती ने उनके चमकते करिअर पर ग्रहण लगा दिया, जिसके बारे में हाल ही में उन्होंने बताया था कि वह खुद को बेपरवाह मानते हैं। वह अपनी असफलताओं पर खुलकर बात की। उन्होंने कहा, मुझे पता था कि, अगर मैं गिर गया, तो मेरे माता-पिता हमेशा गद्दी रहेंगे, लेकिन गिरने से दर्द होता है चाहे उन्होंने मुझे कितनी भी गद्दी दी हो। उन्होंने आगे कहा, एक व्यक्ति के रूप में, मुझे खड़ा होना पड़ा। कोई आपको बना या बिगाड़ नहीं सकता। स्टारडम ज्यादा दिन नहीं टिकता। मैं एक बार एक स्टार था, और वह मर गया, वह गायब हो गया।

एक अभिनेता के तौर पर मुझे किसी ने गंभीरता से नहीं लिया। मुझे पता था कि मुझ में क्षमताएं हैं, लेकिन किसी ने मुझे मौका नहीं दिया। मैंने ऐसा काम चुना था जो मेरे लिए काम नहीं करता था, इसलिए चीजें इसके विपरीत हो गईं। इसलिए, मैंने उस पर काम करने की कोशिश की और एक अभिनेता के रूप में खुद पर काम किया। बॉबी देओल ने कहा, यह किसी न किसी समय एक के साथ होने वाला है, लेकिन इंसान स्वार्थी होता है। एक समय ऐसा आता है जब हर कोई आपको चाहता है और एक समय ऐसा भी आएगा जब कोई भी आपको नहीं चाहेगा। मैं इससे गुजरा हूं और मैंने हार मान ली। मैं वापस लड़ा हुआ और मुझे एहसास हुआ कि मुझे उन्हें (लोगों को) मुझे चाहिए बनाना है। मैं ऐसा कैसे करूं? सकारात्मक ऊर्जा बनकर।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *