ब्रिटेन के स्कूलों में हिंदू छात्रों को लगातार किया जा रहा है प्रताड़ित: हेनरी जैक्सन सोसाइटी
ब्रिटेन
ब्रिटेन के स्कूलों में हिंदू छात्रों को उनके धर्म की वजह से लगातार प्रताड़ित करने का मामला सामने आया है. एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि हिंदू छात्रों पर धर्म बदलने का भी दबाव बनाया जा रहा है. यह स्टडी ब्रिटेन में हिंदू छात्रों के उत्पीड़न को बयां कर रही है.
हेनरी जैक्सन सोसाइटी की ओर से की गई इस स्टडी में बताया गया है कि ब्रिटेन के स्कूलों में हिंदू छात्रों को लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है. उन पर अपने जीवन को आसान बनाने के लिए मजहब बदलने को कहा जाता है.
क्या है रिपोर्ट में?
इस रिपोर्ट में जिन लोगों पर सर्वे किया गया है, उनमें से 51 फीसदी हिंदू परिजनों ने स्वीकार किया है कि उनके बच्चों ने स्कूलों में हिंदू विरोधी नफरत का सामना किया है. सर्वे में शामिल एक फीसदी से भी कम स्कूलों ने बीते पांच सालों में हिंदू विरोधी घटनाओं की सूचना दी है. इस स्टडी से पता चलता है कि छात्रों के खिलाफ हिंदू विरोधी नफरत की घटनाएं चिंताजनक है.
इस सर्वे में शामिल एक परिजन ने बताया कि उनकी बेटी को स्कूल में हिंदू विरोधी गालियां दी गईं. उनकी बेटी को धमकाया गया और हिंदू होने की वजह से उस पर क्लास में बीफ फेंक दिया गया. अन्य परिजन ने बताया कि माथे पर तिलक लगे होने की वजह से मेरे बेटे को स्कूल में इतना प्रताड़ित किया गया कि अब वह स्कूल जाना नहीं चाहता. पिछले कुछ सालों में हम ईस्ट लंदन में ही तीन बार उसका स्कूल बदल चुके हैं.
हिंदू छात्रों को 'पाकी' कहा जाता है
ब्रिटेन के स्कूलों में न सिर्फ हिंदू विरोधी टिप्पणियां आम बात हैं बल्कि हिंदू छात्रों को नस्लवादी टिप्पणियों का भी सामना करना पड़ता है. हिंदू छात्रों पर जातिसूचक टिप्पणियां की जाती हैं. श्वेत छात्र उन्हें 'पाकी' कहकर बुलाते हैं. हिंदू छात्रों के इस उत्पीड़न का खुलासा उस समय हुआ, जब सर्वे के दौरान परिजनों ने बताया कि किस तरह से श्वेत छात्र हिंदू छात्रों के खिलाफ एकजुट होकर उन्हें प्रताड़ित करते हैं. वे हिंदू छात्रों से बात भी नहीं करते.
इस मामले की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से ही लगाया जा सकता है कि हिंदू छात्रों को कई मौकों पर प्रताड़ित किया गया, विशेष रूप से भारत में प्रधानमंत्री मोदी की जीत और जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटने के बाद. हिंदू छात्रों को 'काफिर' तक कहा गया और उन्हें धर्म परिवर्तन करने या फिर नरक में जाने को कहा गया.
ब्रिटेन में हिंदू छात्रों की जिंदगी उस समय और भी दूभर हो गई, जब इस्लामिक चरमपंथ का विस्तार हुआ. एक परिजन ने बताया कि उनके बच्चों को यह तक कहा गया कि आप बहुत लंबे समय तक जीवित नहीं रहेंगे. यह भी कहा गया कि अगर आप स्वर्ग जाना चाहते हैं तो आपको इस्लाम धर्म अपनाना होगा.
रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटेन के स्कूलों में पढ़ रहे हिंदू छात्रों को जाकिर नाइक के वीडियो देखने और धर्म परिवर्तन करने को भी कहा गया.
इस रिपोर्ट से यह भी पता चला है कि हिंदू छात्रों को कई तरह के पूर्वाग्रहों का सामना करना पड़ता है. उन्हें अपने धर्म को लेकर नफरत का सामना करना पड़ता है. यह भी स्पष्ट है कि इस तरह के भेदभाव की घटनाएं सामने आ रही हैं लेकिन इन घटनाओं को सही तरीके से दर्ज नहीं किया जा रहा है. सर्वे में शामिल 19 फीसदी परिजनों का मानना है कि स्कूल हिंदू विरोधी नफरती घटनाओं को पहचानने में सक्षम हैं.
बता दें कि इस रिपोर्ट को रिसर्च फेलो शार्लोट लिटिलवुड, एजुकेशन स्पेशलिस्ट डॉ ऋषि हांडा और बेरोनेस वर्मा ने तैयार किया है. इस रिपोर्ट से ब्रिटेन के स्कूलों में हिंदू छात्रों के साथ जारी भेदभाव का पता चलता है.