नौकरशाहों के निर्णयों का आधार सिर्फ और सिर्फ देशहित होना चाहिए: मोदी
नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नौकरशाहों का आह्वान करते हुए शुक्रवार को कहा कि देश ने उन्हें बड़ी जिम्मेदारी दी है और उन पर भरोसा रखा है, जिसे कायम रखते हुए उनके हर निर्णय का आधार सिर्फ और सिर्फ राष्ट्रहित होना चाहिए।
मोदी ने गुरुवार को यहां सिविल सेवा दिवस के मौके पर बधाई देते हुए कहा कि उनकी सरकार ‘राष्ट्र प्रथम नागरिक प्रथम’ के ध्येय वाक्य को सूत्र मानकर काम करती है। उन्होंने कहा कि देश ने नौकरशाहों को बहुत बड़ी जिम्मेदारी दी है और उन पर भरोसा किया है। नौकरशाहों को भी इस भरोसे को कायम रखते हुए अपने सभी फैसलों के केंद्र में केवल और केवल राष्ट्रहित को रखना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘आज मैं भारत की ब्यूरोक्रेसी से, भारत के हर सरकारी कर्मचारी से, चाहे वो राज्य सरकार में हो या केंद्र सरकार में, एक आग्रह करना चाहता हूं कि देश ने आप पर बहुत भरोसा किया है, आप को मौका दिया है, इस भरोसे को कायम रखिए। आपकी सर्विस में आप के निर्णय का आधार सिर्फ और सिर्फ देशहित होना चाहिए।”
मोदी ने कहा कि लोकतंत्र में राजनीतिक दलों का अपना महत्व है लेकिन नौकरशाही द्वारा यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि करदाताओं का पैसा किसी दल के लिए खर्च नहीं होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि देश के अमृत काल में नौकरशाहों के कंधे पर बहुत बड़ी जिम्मेदारी है और उन्हें देश को प्रगति के मार्ग पर अग्रसर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी। उन्होंने कहा कि आजादी की शताब्दी देश की स्वर्ण शताब्दी तभी होगी, जब हम कर्तव्यों को प्राथमिकता देंगे। उन्होंने कहा ,“कर्तव्य हमारे लिए विकल्प नहीं संकल्प है।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि जन केंद्रित और विकास केंद्रित शासन में ही समस्याओं का समाधान होता है। उन्होंने कहा कि अच्छे शासन की पहचान जनता के प्रति जवाबदेही है।
प्रधानमंत्री ने लोक सेवा दिवस के मौके पर उत्कृष्ट सेवा के लिए नौकरशाहों को पुरस्कृत भी किया।