शराबबंदी का सचः धंधेबाजों ने उत्पाद टीम पर किया जानलेवा हमला, सिपाही का सिर फोड़ा; अधीक्षक क्षेत्र से बाहर
बिहार
बिहार के समस्तीपुर में बेखौफ शराब माफिया के गुर्गों ने उत्पाद विभाग की छापेमारी टीम पर जानलेवा हमला कर दिया। शराब की सूचना पर पहुंची उत्पाद टीम को जान बचाकर भागना पड़ा। हमलावरों ने उनकी गाड़ी को डैमेज कर दिया और गिरफ्तार आरोपी धंधेबाज को भी छुड़ा लिया। घटना के बाद कई थानों की पुलिस पहुंची तो कारोबारी और उनके गुर्गे फरार हो गए। पुलिस ने उपद्रवियों पर लाठी चार्ज किया और आधा दर्जन लोगों को संदेह के आधार पर हिरासत में ले लिया।
जिले के कल्याणपुर थाना अंतर्गत बिरसिंहपुर चौक से सटे सीमेंट गोदाम के समीप शुक्रवार देर शाम छपेमारी करने उत्पाद विभाग की टीम गयी थी। टीम को देखते ही शराब के धंधेबाजों ने हमला कर दिया। उत्पाद टीम ने इस बीच एक कारोबारी को गिरफ्तार कर लिया। लेकिन हमला के कारण उसे छोड़ना पड़ा। उपद्रवियों ने पत्थरबाजी की जिसमें एक जवान का सिर फट गया। जवान गंभीर रूप से जख्मी हो गया जिससे छापेमारी टीम को पीचे हटना पड़ा। घटना में अन्य कई चोटिल हो गए। गंभीर रूप से जख्मी जवान को इलाज के लिए समस्तीपुर सदर अस्पताल भेजा गया है।
इधर उत्पाद विभाग की टीम पर हमले की सूचना मिलते ही कई थानों की पुलिस व उत्पाद विभाग की टीम गांव में पहुंची। हालांकि तब तक हमला करने वाले गांव से फरार हो चुके थे। बताया जाता है कि हमलावरों की तलाश के क्रम के दौरान पुलिस ने भी लाठी चटकाई जिससे कुछ लोग घायल हुए। इधर धंधेबाजों के हमले में जख्मी हुए जवान की उत्पाद विभाग समस्तीपुर में तैनात नवल किशोर भगत के रूप में पहचान हुई है। दूसरी ओर उपद्रवियों की तलाश के दौरान जो भी सामने आया पुलिस ने उसकी जमकर खबर ली। पूछताछ में कुछ बताने से परहेज करने वालों पर पुलिस ने लाठियां चटकाई। इससे लालबाबू साह का पुत्र विकास कुमार व मनीष कुमार, गौरी शंकर व प्रभु साह को भी गंभीर चोटे आई।
पुलिस ने पूछताछ के क्रम में आधा दर्जन संदिग्ध लोगों को भी हिरासत में ले लिया। इससे गांव में अफरातफरी मच गयी। पुलिस से बचने के लिए भी कई लोग घर छोड़ भाग निकले। पुलिस गांव में कैंप कर रही है और उपद्रवियों की तलाश में जुटी हुई है। इस संबंध में उत्पाद अधीक्षक शैलेंद्र कुमार से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि वह क्षेत्र से बाहर हैं। घटना की जानकारी लेने के बाद ही कुछ बता पाएंगे।