September 24, 2024

नए विजर को लेकर चेंबर प्रतिबद्धता से आगे बढ़ रहा: पारवानी

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रायपुर

नया रायपुर अटल नगर विकास प्राधिकरण के पदाधिकारी एवं होलसेल कोरिडोर के लिए नियुक्त किये गए सलाहकारों के बीच प्रदेश में बनने वाले दक्षिण मध्य एशिया के सबसे बड़े होलसेल कोरिडोर कि परिकल्पना को मूर्त रूप प्रदान करने हेतु बैठक आहूत की गई जिसमे चेंबर प्रदेश अध्यक्ष श्री अमर पारवानी ने चर्चा के दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी द्वारा स्वीकृत इस महती योजना के स्वरूप और चेंबर के विजन की विस्तृत जानकारी दी जिस पर नया रायपुर अटल नगर विकास प्राधिकरण के महाप्रबंधक श्री प्रेम पटेल ने सकारात्मक रुख अपनाते हुए कहा कि इस परियोजना को तेजी से साकार करने हेतु आवश्यक कदम उठाए जायेंगे।  

चेम्बर प्रदेश अध्यक्ष श्री अमर परवानी ने नया रायपुर अटल नगर विकास प्राधिकरण के महाप्रबंधक श्री प्रेम पटेल जी के समक्ष प्रस्तावित नए होलसेल कॉरिडोर परिकल्पना का प्रस्तुतिकरण दिया और बताया कि प्रस्तावित होलसेल कॉरिडोर उपरोक्त अंतर्राष्ट्रीय बाजारों जैसा विशाल और व्यवस्थित होगा यह होलसेल कॉरिडोर स्वामी विवेकानंद अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट, अटल नगर (नया रायपुर) रेलवे स्टेशन निमार्णाधीन तथा भारत माला सड़क परियोजना एवं एन एच 30 के समीप होगा जो भौगोलिक रूप से हमारी सीमा से लगे उड़ीसा, महाराष्ट्र, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश और झारखंड की मांग की आपूर्ति कर सकेगा तथा प्रदेश के व्यापार को नई ऊंचाई, दिशा और गति देगा, साथ ही साथ संपूर्ण भारतवर्ष में छत्तीसगढ़ मॉडल के एक अनूठे और सबसे बड़े व्यवसाय क्षेत्र के रूप में जाना जाएगा। यह एक स्वकेंद्रित और सभी तरह के थोक व्यापार के लिए एक ही स्थान पर सर्वसुविधायुक्त परिसर होगा जो भविष्य में 50 से 100 वर्ष तक निर्बाध-निर्विघ्न व्यवस्था के अनुकूल होगा। यह कॉरिडोर सभी वस्तुओं की बिक्री हेतु उनकी आवश्यकता अनुसार सर्वोत्तम मूलभूत संरचनाओं के साथ उपलब्ध होगा, नए रोजगार के अवसरों के साथ – साथ 1.5 से 2 लाख लोगों के लिए प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार का सृजन होगा, राज्य सरकार के सहयोग और व्यवसायियों की प्रतिबद्धता से क्षेत्र की ग्रामीण जनता का विकास और जीवन स्तर में भी बदलाव होगा।

श्री पारवानी ने आगे कहा कि होलसेल कोरिडोर के निर्माण हेतु नवा रायपुर अटल नगर में लगभग एक हजार एकड़ भूमि का चिन्हांकन किया गया है साथ ही परियोजना के निर्माण प्रारंभ करने हेतु शासन द्वारा 5 करोड़ बजट का प्रावधान किया गया है। यह देश का प्रथम पर्यावरण संतुलित बाजार होगा जिसमें सोलर एनर्जी वाटर हार्वेस्टिंग, वॉटर रीसाइकलिंग तथा गार्बेज रिसाइकलिंग की भी व्यवस्था होगी तथा पर्यावरण संतुलन हेतु पूरे क्षेत्र में सघन वृक्षारोपण भी होगा। प्रस्तावित बाजार को विभिन्न सेक्टरों में वगीर्कृत किया गया है जिससे आगंतुक ग्राहकों को गंतव्य तक खरीदने में किसी प्रकार की समस्या ना हो, मूलभूत सुविधाएं जैसे पेटोल पम्प, बैंक, एटीएम, चिकित्सा सुविधा, अग्निशमन, शौचालये, हमालों के लिए विश्राम स्थल, खानपान के स्टाल, धर्म कांटा, ट्रकों एवं अन्य वाहनों के खड़े होने की व्यवस्था, पार्किंग व्यवस्था आदि का भी ध्यान रखा गया है।

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