एशिया चैंपियनशिप: सिंधू सहित भारतीय खिलाड़ियों की निगाहें अच्छे प्रदर्शन पर
दुबई
ओलंपिक में दो पदक जीतने वाली पीवी सिंधू सहित भारत के स्टार खिलाड़ी अपने खेल में सुधार करके बुधवार से यहां होने वाली एशिया बैडमिंटन चैंपियनशिप में बेहतर प्रदर्शन करने के उद्देश्य से कोर्ट पर उतरेंगे।
यह प्रतिष्ठित महाद्वीपीय प्रतियोगिता क्वालीफाईंग दौर के साथ शुरू हो गई जबकि मुख्य दौर के मुकाबले बुधवार से शुरू होंगे। भारत के लिए पदक जीतना आसान नहीं होगा क्योंकि पिछले कुछ समय से उसके शीर्ष खिलाड़ी संघर्ष कर रहे हैं।।
भारत ने एशिया बैडमिंटन चैंपियनशिप में अभी तक कुल मिलाकर 17 पदक जीते हैं। उसके लिए एकमात्र स्वर्ण पदक 1965 में दिनेश खन्ना ने जीता था। स्वर्ण पदक के इस इंतजार को खत्म करने के लिए सिंधू, एचएस प्रणय और लक्ष्य सेन को वास्तव में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा। चोट से उबरने के बाद वापसी करने वाली सिंधू अपने अभियान की शुरुआत ताइवान की वेन ची सू के खिलाफ करेंगी।
पुरुष एकल में विश्व के नौवें नंबर के खिलाड़ी प्रणय का पहला मुकाबला म्यांमार के फोन प्यारे नाइंग से होगा जबकि किदांबी श्रीकांत बहरीन के अदनान इब्राहिम का सामना करेंगे। पिछले कुछ समय से खराब फॉर्म में चल रहे राष्ट्रमंडल खेलों के चैंपियन लक्ष्य के लिए पहली चुनौती ही आसान नहीं है। पहले दौर में उनका सामना पूर्व विश्व चैंपियन सिंगापुर के लोह कीन से होगा।
महिला एकल में मालविका बंसोड़ शीर्ष वरीय और पिछले साल फाइनल में जगह बनाने वाली जापान की अकाने यामागुची से भिड़ेंगी, जबकि आकर्षि कश्यप का सामना इंडोनेशिया की कोमांग आयू काह्या देवी से होगा।
पुरुष युगल में इस साल के शुरू में स्विस ओपन का खिताब जीतने वाले सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की छठी वरीयता प्राप्त जोड़ी तान कियान मेंग और तान वी किओंग की मलेशियाई जोड़ी के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करेगी।
एमआर अर्जुन और ध्रुव कपिला तथा कृष्ण प्रसाद गरगा और विष्णुवर्धन गौड़ पंजाला भी पुरुष युगल में अपनी चुनौती पेश करेंगे। राष्ट्रमंडल खेलों की कांस्य पदक विजेता त्रीसा जॉली और गायत्री गोपीचंद की महिला युगल जोड़ी का सामना पहले दौर में इंडोनेशिया की लनी त्रिया मायासारी और रिबका सुगियार्तो से होगा। उनके अलावा महिला युगल में अश्विनी भट और शिखा गौतम तथा हरिता मंझिल और आशना रॉय भी भारत की तरफ से चुनौती पेश करेंगी।