November 26, 2024

पर्यावरणीय परमिशन अनुमति के बिना आदमपुर खंती में डंप हो रहा कचरा

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भोपाल

शहर से रोजाना निकलने वाले 900 मीट्रिक टन कचरे को आदमपुर खंती में बीते 5  सालों से पर्यावरणीय परमिशन के बगैर की डंप किया जा रहा है। यहां नगर निगम के जिम्मेदार अफसर मनमर्जी से कचरा डलवा रहे हैं। इसका खामियाजा आदमपुर समेत एक दर्जन से अधिक ग्रामीण क्षेत्र के नागरिकों को लंबे समय से भुगतना पड़ रहा है।  आदमपुर में जहां कचरा डंप कर रहे हैं उसे खंती का दर्जा अब तक नहीं मिला है। 7 से 10 किमी दूर तक हवा में फैली बदबू और गंदगी से आसपास के ग्रामीण परेशान हैं।  अब वे इस मामले को कोर्ट तक ले जाना चाहते हैं।

गंदगी से प्रभावित हो रही सेहत और फसल
आदमपुर खंती के कचरे के कारण ग्रामीणवासियों की न सिर्फ सेहत पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है, बल्कि ग्रामीण वासियों के खेत में लगी फसल भी गंदगी के कारण प्रभवित हो रही है।

ये गांव ज्यादा प्रभावित
आदमपुर, कोलुआ, छावनी पड़रा, डोबरा जागीर, झिरिया खेड़ा, पढ़रिया काझी, हरिपुरा, चोर सौगानी, सुगोनी कला, बिलखरिया, टांडा और जमुनिया कला, बांसिया, पीरिया, अमझारा बावड़िया आदि क्षेत्रों के ग्रामीण गंदगी के बीच जीवन जीने पर मजबूर हो गए हैं।

बदबू-धुआं से आसपास के ग्रामीण परेशान
क्षेत्रीय ग्रामीण वासी बताते हैं कि आदमपुर खंती के कचरे की बदबू और यदि कचरे में आग लग जाए तो उसका धुआं हवा के जरिए 10 किलोमीटर तक फैलता है। कचरे की बदबू रायसेन रोड कंकाली मंदिर तक आती है। हवा का रूख बदलने पर यह कान्हा सैया तक जाती है। खंती के कारण लगभग 30 हजार से अधिक आबादी प्रभावित हो रही है।

ट्रामल मशीनों से दिन-रात करेंगे कचरे का निष्पादन
आदमपुर छावनी में कचरे के पहाड़ नगर निगम के लिए सिर दर्द बन गया है। खंती में बार-बार लग रही आग के कारण नगर निगम की जमकर किरकिर हो रही है। इसके चलते महापौर मालती राय ने खंती का निरीक्षण किया। ट्रामल मशीन को दिन-रात चलाकर कचरे के निष्पादन करने के निर्देश दिये। साथ ही यहां मृत पशुओं के लिए बनाए गए एनिमल कारकेस प्लांट का अवलोकन किया। कारकेस प्लांट शीघ्र प्रारंभ करने को कहा। एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर के संबंध में जानकारी प्राप्त की और श्वानों की नसबंदी का कार्य शीघ्र प्रारंभ करने के निर्देश दिए।  

चल रही है प्रोसेस
प्रोसेस चल रही है। जल्द ही आदमपुर खंती को दर्जा मिल जाएगा। कचरे के निष्पादन का काम खंती में तेजी से किया जा रहा है।
ल्ल एमपी सिंह, अपर आयुक्त, नगर निगम भोपाल

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