7 साल का बच्चा पिता के ऐक्सिडेंट के बाद बना डिलिवरी बॉय , रात 11 बजे तक चलाता है साइकल
नई दिल्ली
मजबूरी इंसान से क्या-क्या नहीं करवाती। हालांकि समस्या कितनी भी बड़ी हो अगर हौसला हो तो वह छोटी हो ही जाती है। कुछ ऐसी ही कहना है एक स्कूल जाने वाले बच्चे कि जिसे पिता के ऐक्सिडेंट के बाद जोमैटो का डिलिवरी बॉय बनना पड़ा। राहुल मित्तल नाम के एक ट्विटर यूजर ने वीडियो पोस्ट कर दावा किया है कि बच्चा मात्र सात साल का है। वह अपने परिवार का सहयोग करने के लिए साइकल से रात 11 बजे तक काम करता है।
ट्विटर पर इस वीडियो को 40 हजार से ज्यादा लोग देख चुके हैं। लोग लड़के के इस जज्बे को सलाम कर रहे हैं और जमकर तारीफ कर रहे हैं। वीडियो में शख्स लड़के से सवाल करता है तो वह बताता है कि उसके पिता को चोट लगी है इसलिए वह काम नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में वह शाम को 6 बजे से रात के 11 बजे तक साइकल से फूड डिलिवर करता है। वीडियो पोस्ट करते हुए राहुल मित्तल ने ट्विटर पर लिखा, ये 7 साल का बच्चा पिता के ऐक्सिडेंट के बाद उनका काम कर रहा है और सुबह स्कूल भी जाता है। शाम को 6 बजे के बाद जोमैटे को साथ डिलिवरी बॉय का काम करता है। ऐसे बच्चे का हौसला बढ़ाने की जरूरत है और पिता को मदद की जरूरत है ताकि फिर वे अपने पैरों पर खड़े हो सकें। मित्तल ने अपने ट्वीट में जोमैटो को भी टैग किया।
जौमैटो ने की बच्चे की मदद
राहुल मित्तल के इस पोस्ट पर जोमैटो की तरफ से कहा गया कि डीटेल संदेश में भेजें। जोमैटो ने कहा कि वह बच्चे की पढ़ाई का खर्च उठाएगा। राहुल मित्तल ने वीडियो पोस्ट में रिप्लाई करके कहा कि जोमैटो ने बच्चे की पिता की आईडी फ्रीज कर दी है और अब वह काम नहीं कर रहा है। जोमैटो ने बच्चे की आर्थिक मदद कीहै। जैसे ही उसके पिता काम करने लायक हो जाएंगे जोमैटो उनकी आईडी अनफ्रीज कर देगा।
लोग उठा रहे थे चाइल्ड लेबर का सवाल
बता दें कि जहां एक तरफ लोग बच्चे की तारीफ करने में लगे थे तो वहीं कुछ लोगों ने चाइल्ड लेबर का भी सवाल उठाया। कई यूजर ने कहा कि इतने छोटे बच्चे से इस तरह काम करवाना ठीक नहीं है। इससे उसकी शिक्षा प्रभावित होगी। जोमैटो को उसकी मदद करनी चाहिए। इसी तरह कई अन्य यूजर्स ने भी मित्तल की पोस्ट पर बच्चे की जानकारी मांगी जिससे वे उसकी मदद कर सकें।