जानकी नवमी पर छुट्टी की घोषणा कर जेडीयू ने खेला नया खेल
पटना
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भारतीय जनता पार्टी यह आरोप लगा रही है कि वे तुष्टिकरण की राजनीति पर उतर चुके हैं। बीजेपी का आरोप है कि तुष्टिकरण की राजनीति और मुसलमानों को खुश करने के लिए ही नीतीश कुमार ने रमजान के महीने में मुस्लिम कर्मचारियों को 1 घंटा देरी से आने और एक घंटा पहले जाने की इजाजत दी थी। इसके अलावा सीमांचल के इलाके में सातवीं क्लास के बच्चों की परीक्षा के प्रश्न पत्र में बिहार के शिक्षा विभाग ने कश्मीर को एक अलग ही देश बता दिया। इसके अलावा हाल ही में सासाराम नालंदा समेत अन्य जिलों में हुए सांप्रदायिक दंगों में भी पीड़ित परिवारों को ही आरोपित बनाए जाने का आरोप बीजेपी ने लगाया है।
नीतीश के करीबी मंत्री का सवाल
अब जेडीयू नेता और बिहार सरकार के जल संसाधन मंत्री संजय झा ने केंद्र सरकार से मांग की है कि जिस प्रकार बिहार सरकार ने जानकी नवमी पर छुट्टी की घोषणा की है उसी प्रकार राष्ट्रीय स्तर पर भी छुट्टी की घोषणा हो। बिहार सरकार के मंत्री और जेडीयू नेता संजय झा ने कहा कि देश में जिस भव्यता के साथ मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम जी का जन्मोत्सव मनाया जाता रहा है। उनकी प्राणप्रिया, जनकसुता, जग जननी माता जानकी जी के प्राकट्योत्सव पर्व की उतनी चर्चा नहीं होती। संजय झा ने केंद्र सरकार से पूछा कि आखिर ऐसा क्यों है ?
माता जानकी के प्राकट्योत्सव की चर्चा
बिहार सरकार के मंत्री संजय झा ने कहा कि ऐसा माना जाता है कि 'जानकी नवमी' के दिन ही मिथिला नरेश राजा जनक द्वारा प्रजा के कल्याण के लिए सीतामढ़ी के पुनौरा धाम में हल चलाते समय मिथिला की धिया, माता सीता धरती से प्रकट हुई थीं। धार्मिक गाथाओं में भगवती सीता को सौभाग्य की देवी और माता लक्ष्मी का अवतार भी कहा गया है। शक्ति, सेवा, संयम, सद्भाव एवं समर्पण से परिपूर्ण माता सीता का जीवन संपूर्ण मानव जाति के लिए प्रेरणा का स्रोत है। संजय झा ने कहा कि जीवन की विभिन्न चुनौतियों का उन्होंने जिस साहस, संयम और सहनशीलता के साथ सामना किया, उसकी मिसाल युगों-युगों तक दी जाती रहेगी।
बिहार बना देश का पहला राज्य
बिहार सरकार के मंत्री संजय झा ने कहा कि सभी मिथिलावासी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आभारी हैं। क्योंकि उन्होंने बिहार में 'जानकी नवमी' पर्व पर राजकीय अवकाश घोषित कर इसे एक नई पहचान दी है। संजय झा ने बताया कि बिहार देश का पहला राज्य है, जहां 'जानकी नवमी' पर सार्वजनिक अवकाश की व्यवस्था है। उन्होंने कहा कि सभी बिहारवासी चाहते हैं कि बिहार की तरह ही पूरे देश में 'जानकी नवमी' पर सार्वजनिक अवकाश हो। ताकि इस पर्व को भी 'रामनवमी' की तरह ही पूरे देश में लोकप्रियता मिले।