November 27, 2024

राज्य में एक वर्ष में कुल 1.35 लाख से अधिक मोतियाबिंद ऑपरेशन किए गए

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रायपुर

स्वास्थ्य सेवाओं के संचालक श्री भीम सिंह ने वरिष्ठ विभागीय अधिकारियों के साथ राष्ट्रीय अंधत्व एवं अल्पदृष्टि नियंत्रण कार्यक्रम की समीक्षा की। उन्होंने बैठक में राज्य में नेत्र सेवाओं के क्षेत्र में सफलतापूर्वक सेवा प्रदायगी व शत-प्रतिशत उपलब्धि प्राप्त करने पर राज्य नोडल अधिकारी एवं सभी जिलों के नोडल अधिकारियों की सराहना करते हुए चालू वित्तीय वर्ष 2023-24 में और अधिक आपरेशन करने के लिए प्रोत्साहित किया। श्री सिंह ने बैठक में बताया कि छत्तीसगढ़ को वर्ष 2025 तक कार्नियल ओपेसिटी फ्री राज्य बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संचालक श्री भोसकर विलास संदिपान, महामारी नियंत्रण के संचालक एवं अंधत्व नियंत्रण कार्यक्रम के राज्य नोडल अधिकारी डॉ. सुभाष मिश्रा तथा स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी सहित विभिन्न जिलों से आए विशेषज्ञ डाक्टर भी बैठक में शामिल हुए।

समीक्षा बैठक में राज्य कार्यक्रम अधिकारी ने चालू वित्तीय वर्ष की कार्ययोजना तथा संसाधनों की आवश्यकता की जानकारी दी। बैठक में नेत्र सेवाओं की गुणवत्ता बढ़ाने तथा शिविरों में ऑपरेशन नहीं करने के निर्देश दिए गए। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बैठक में बताया कि राज्य में पिछले वित्तीय वर्ष में कुल एक लाख 35 हजार 113 मोतियाबिंद ऑपरेशन किए गए हैं। यह संख्या प्रदेश में एक वर्ष में अब तक किए गए मोतियाबिंद ऑपरेशन में सर्वाधिक है। भारत सरकार द्वारा मोतियाबिंद ऑपरेशन का वास्तविक लक्ष्य एक लाख सात हजार 800 एवं राज्य स्तर पर एक लाख 25 हजार रखा गया था। इसके साथ ही 32 हजार 603 अन्य नेत्र रोग के ऑपरेशन भी किये गये हैं। अपेक्षित लक्ष्य के विरूद्ध सर्वाधिक मोतियाबिन्द ऑपरेशन में रायपुर जिला पहले, सूरजपुर दूसरे और बलौदाबाजार-भाटापारा तीसरे स्थान पर रहा। बैठक में इन तीनों जिलों को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

बैठक में शासकीय अस्पतालों (जिला चिकित्सालय/सिविल अस्पताल/सी.एच.सी.) में अपेक्षित लक्ष्य के विरूद्ध सर्वाधिक मोतियाबिंद ऑपरेशन करने वाले जिला चिकित्सालयों को भी प्रतीक चिन्ह से सम्मानित किया गया। इसमें धमतरी जिला प्रथम, रायगढ़ द्वितीय एवं बलौदाबाजार-भाटापारा तृतीय स्थान पर रहा। राज्य में सबसे अधिक संख्या में नेत्र ऑपरेशन करने वालीं जगदलपुर जिला चिकित्सालय की डॉ. सरिता निर्मल, द्वितीय स्थान पर रहने वालीं रायगढ़ जिला चिकित्सालय की डॉ. मीना पटेल एवं तृतीय स्थान पर रहे धमतरी जिला चिकित्सालय के डॉ. जे.एस. खालसा को भी बैठक में सम्मानित किया गया। ज्यादा संख्या में नेत्र आपरेशन करने वाले सर्जनों डॉ. रोजश सूर्यवंशी, जिला चिकित्सालय धमतरी, डॉ. आर.एस. सेंगर, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कोरिया, डॉ. तेरस कंवर, जिला चिकित्सालय सूरजपुर, डॉ आर. मेश्राम, जिला चिकित्सालय रायगढ़, डॉ. आर.के. अवस्थी, सिविल सर्जन सह अस्पताल अधीक्षक बलौदाबाजार-भाटापारा, डॉ. प्रभा सोनवानी, सिम्स मेडिकल कालेज बिलासपुर और डॉ. तरूण कनवर, जिला चिकित्सालय बीजापुर को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।

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