कर्नाटक क्यों इतना अहम? पीएम मोदी ने की 19 रैलियां और 6 रोडशो; भाजपा ने झोंक दी पूरी ताकत
बेंगलुरु
कर्नाटक चुनाव में इस बार भाजपा ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी। सोमवार को यहां चुनाव प्रचार खत्म हो गया है। 10 मई को मतदान होना है। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने राज्य में 19 रैलयां कीं और 6 रोडशो किए। उन्होंने बेंगलुरु में 26 किलोमीटर लंबा आखिरी रोडशो किया। यहां भाजपा और कांग्रेस के बीच जोरदार लड़ाई है। भाजपा को इस बात की उम्मीद है कि कर्नाटक में भी मोदी मैजिक चलेगा और वह सत्ता में वापसी में कामयाब होगी।
भाजपा ने क्यों लगाया इतना जोर
कर्नाटक के चुनाव भाजपा के लिए बेहद अहम है। यहां भाजपा का एकतरफा माहौल नहीं है। अब तक के सर्वे में बताया जा रहा है कि कांग्रेस भाजपा से ज्यादा सीटें जीत सकती है। हालांकि भाजपा इस बात को सिरे से नकारती है और दावा करती है कि बहुमत से 15 सीटें ज्यादा आएंगी। इस चुनाव का असर लोकसभा चुनाव में साफ नजर आएगा। कर्नाटक में लोकसभा की भी 28 सीटें हैं जो कि केंद्र में सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाती हैं। दूसरा यह कांग्रेस के लिए भी लिटमस टेस्ट है। अगर यहां कांग्रेस जीतती है तो उसका हौसला आने वाले राजस्थान और अन्य राज्यों के चुनाव में भी बुलंद हो जाएगा। इसके अलावा विपक्षी एकता की जिन बातों में अभी कांग्रेस अलग-थलग दिखाई दे रही है, हो सकता है कि सभी दल कांग्रेस के साथ आएं जो कि भाजपा के लिए बड़ी चुनौती बनकर खड़ी हो जाए। ऐसे में भाजपा इस बात को जानती है कि उसके लिए कर्नाटक का रण जीतना बहुत जरूरी है।
भारतीय जनता पार्टी के अपने आंकड़ों के मुताबिक उसने राज्य में चुनावों के ऐलान के बगाद से 3116 रैलियां कीं । पार्टी के मुताबिक मंदिर और मठों में नेता 311 बार गए। 9125 नुक्कड़ सभाएं और 1377 रोडशो हुए। भाजपा ने इस बार भी प्रधानमंत्री मोदी के चेहरे को ही आगे किया। पीएम मोदी के अलावा 128 राष्ट्रीय नेता और 15 केंद्रीय मंत्री चुनाव प्रचार में लगे थे। पीएण मोदी के 26 कार्यक्रमों के अलावा गृह मंत्री अमित शाह ने भी 16 रैलियां और 15 रोडशो किए। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 10 रैली और 16 रोडशो किए. इसके अलावा स्मृति ईराानी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, हिमंता बिस्वा सरमा, देवेंद्र फडणवीस और कई बड़े नेता कर्नाटक चुनाव प्रचार में ऐक्टिव रहे।
केंद्रीय मंत्रियों की बात करें तो वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, एस जयशंकर, अश्विनी वैष्णव, गजेंद्र शेखावत, वीके सिंह, अर्जुन मुंडा, ज्योतिरादित्य सिंधिया, जी किशन रेड्डी. अर्जुन राम मेघवाल, साध्वी निरंजन ज्योति समेत कई नेता प्रचार करने पहुंचे। बता दें कि बासवराज बोम्मई की सरकार इस बार एंटीइनकंबेंसी से भी जूझ रही है। इस बार पीएम मोदी ने स्थानीय मुद्दों को उठाया है।
पीएम मोदी ने किया कर्नाटक की जनता को संबोधित
मंगलवार को सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो जारी करके कर्नाटक की जनता को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि भारत को दुनिया की तीन अर्थव्यवस्थाओं में शामिल करने के लिए कर्नाटक का बड़ा योगदान होने वाला है। उन्होंने जनता से भाजपा के लिए वोट करने की अपील की। पीएम मोदी ने कहा, कोरोना महामारी के बावजूद भाजपा सरकार के कार्यकाल सालाना 90 हजार करोड़ रुपये का विदेशी निवेश आया है जो कि कांग्रेस की सरकार में केवल 30 हजार करोड़ था। उन्होंने कहा, हम कर्नाटक को एजुकेशन, रोजगार और आंत्रप्रेन्योरशिप में नंबर वन बनाना चाहते हैं। भाजपा सरकार बीज से बाजार तक किसानों की सहूलियत के लिए लगातार काम कर रही है।