उल्लास के साथ निकली कलश यात्रा, भक्ति में झूमा पटना, धीरेंद्र शास्त्री कल से कहेंगे कथा
पटना
बिहार की राजधानी पटना में बागेश्वर बाबा के नाम से मशहूर पंडित धीरेंद्र शास्त्री की हनुमत कथा के अवसर पर तरेत पाली मठ से नौबतपुत गंगाजल लाने के लिए भव्य कलश यात्रा निकाला जा रहा है। गंगाजल से भरा जल कलश लेकर यात्रा में शामिल महिला श्रद्धालु वापस मठ पहुंचेंगी। यहां कथा स्थल के नजदीक हनुमान लला की प्रतिमा के पास गंगाजल से भरे कलश को रखा जाएगा। 17 मई को हनुमंत कथा के समापन के बाद वापस कलश महिला श्रद्धालुओं को प्राप्त होगा। कलश यात्रा में शामिल होने के लिए नौबतपुर के आसपास के लगभग पचास गांवों से महिला श्रद्धालु मठ पहुंची हैं। इसके अलावा पटना, फतुहा, संपतचक, दानापुर, बिहटा, आरा आदि जगहों से महिलाएं आयी हैं।
सुबह पौ फटने से पहले श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला शुरु हो गया था। कलश यात्रा आयोजन समिति से जुडे सदस्य सात बजे के बाद से ही महिलाओं को कतारबद्ध करना शुरु कर दिया। कलश धारण कर साढ़े सात हजार से ज्यादा महिलाएं यात्रा में शामिल हैं। कुल मिलाकर 25 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं कलश यात्रा में शामिल हो रहे हैं। आयोजन समिति के अध्यक्ष कृष्ण कुमार सास्वत ने कहा कि कलश यात्रा के साथ ही हनुमंत कथा का संकल्प हमलोगों ने ले लिया है। पूरे भक्ति भाव और श्रद्धा के साथ श्रद्धालु हनुमान जी की कथा का आनंद उठाएंगे। कथा वाचन के लिए बागेश्वर धाम के धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री को पटना पहुंच रहे हैं।
कथा के आयोजकों ने बताया कि बागेश्वर बाबा के नाम से मशहूर पंडित धीरेन्द्र शास्त्री शनिवार को यानी 13 मई को पटना आएंगे। 13 से 17 मई तक प्रतिदिन शाम चार से सात बजे तक बाबा हनुमंत कथा सुनाएंगे। कथा के बाद प्रति दिन शाम को भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा। हर दिन रात्रि वार्तालाप किया जाएगा जिसके बाद प्रसाद वितरण किया जाएगा।
15 मई को बागेश्वर बाबा के दिव्य दरबार का आयोजन होना है। दोपहर 12 बजे से तीन बजे के बीच दिव्य दरबार लगाया जाएगा जिसमें बाबा के भक्त अपनी समस्या बाबा को बताएंगे। दिव्य दरबार में बागाश्वर पीठाधीश पंडित धीरेंद्र शास्त्री भीड़ से किसी को भी संबोधित करके अपने पास बुला सकते हैं। उनसे बाबा बात करेंगे। इस पर सबकी नजर होगी।
दिव्य दहबार में शामिल होने के लिए पहले से इसके लिए रजिस्ट्रेशन जैसी कोई व्यवस्था नहीं है। जो लोग बाबा धीरेंद्र शास्त्री से मिलना चाहते हैं या पर्चा निकलवाना चाहते हैं उन्हें दिव्य दरबार में शामिल हो कर इंतजार करना पड़ेगा। हनुमंत कथा में शामिल होने वालों की सुविधा के लिए पूरी व्यवस्था की गई है। कथा स्थल पर खाना रहना पूरी तरह से निःशुल्क है। बीमार होने पर इलाज भी किया जाएगा। डॉक्टरों की टाम तैनात रहेगी। आउट डोर के साथ भर्ती करने की भी व्यवस्था की गयी है।