अब कोलार सिक्सलेन बनाने 6 हजार पेड़ काटने की हो रही तैयारी
भोपाल
कोलार सिक्स लेन प्रोजेक्ट (कोलार तिराहे से गोल जोड़) के निर्माण की जद में 6000 हजार से ज्यादा छोटे-बड़े पेड़ आ रहे हैं, इन्हें काटने की तैयारी है। लोक निर्माण विभाग ने इन्हे काटने की अनुमति नगर निगम से मांगी है। हैरत की बात यह है कि पेड़ों पर जो नंबर डले हैं उनके मुताबिक सर्वे में ही 237 से ज्यादा पेड़ बाधा बन रहे हैं।
अब तक 700 से ज्यादा पेड़ काटे जा चुके हैं। अकेले चूनाभट्टी की बात करें तो यहां सड़क के किनारे लगे कई साल पुराने पेड़ धाराशायी कर दिए गए हैं, इसमें सालों पुराने आम, नीम, पीपल सतपार्नी, कारंज समेत अन्य प्रजाति के वृक्ष शामिल हैं। काटे गए पेड़ों में कई की उम्र भी 70 साल से अधिक की है।
इनायतपुर से गोल जोड़ के बीच ही रोड के दोनों ओर बड़ी संख्या में कटे हुए पेड़ पड़े हैं। मनमानी का आलम यह है कि साइड वर्ज और सड़क किनारे के निर्माण की जद में आ रहे पौधों के सर्वे के नाम पर दिखावा किया जा रहा है। यही वजह है कि एक पेड़ पर दो-दो सर्वे नंबर दर्ज हैं। सर्वे को ही सटीक माना जाए तब भी कोलार गेस्ट हाउस से स्वर्ण जयंती पार्क तक ही पेड़ों पर 135 नंबर दर्ज है। लेकिन, 18 जनवरी को नगर निगम से जारी अनुमति में सिर्फ 62 पेड़ों को निर्माण में बाधक माना है।
पूर्व IFS अधिकारी ने दर्ज कराई थी शिकायत
कुछ दिनों पहले मध्यप्रदेश के पूर्व आईएफएस अधिकारी एवं मुख्य वन संरक्षक एसपी तिवारी ने मामले में शिकायत दर्ज कराते हुए कहा था कि जिन पेड़ों को काटा गया वो दीर्घ जीवी वृक्षों की श्रेणी में आते हैं। भोपाल में ग्रीन मास्टर प्लान को लेकर अमल किया जा रहा है। साथ ही सरकार पर्यावरण संरक्षण को लेकर भी पौधारोपण के लिए अभियान चला रही है। इसके उलट सघन रहवासी क्षेत्र में इतनी बड़ी संख्या में पेड़ों की कटाई से पर्यावरण को भारी नुकसान हुआ है।