शाहरुख ने इवेंट के दौरान गौरी की बताई गलत उम्र:गौरी ने किया करेक्ट
मुंबई
शाहरुख खान की पत्नी गौरी खान ने सोमवार को अपनी पहली कॉफी टेबल बुक को लॉन्च किया है। इस बुक का नाम माई लाइफ इन डिजाइन है। इवेंट से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है, जिसमें शाहरुख, मीडिया से बातचीत के दौरान गौरी कि गलत उम्र बता देते हैं। इस इवेंट में बोलते हुए शाहरुख ने कहा, इससे सभी यंग लोगों को कोई फर्क नहीं पड़ता है, जो अपने जीवन में क्रिएटिव होने के सपने को खो देते हैं। आप किसी भी उम्र में शुरू कर सकते हैं।
मुझे लगता है कि गौरी ने शुरूआत की थी 40 साल की उम्र में। जैसे ही शाहरुख ने ये बात कही, पीछे बैठी गौरी ने उन्हें करेक्ट किया, उन्होंने उन्हें यह कहते हुए सही किया कि उन्होंने 40 साल की उम्र में काम करना शुरू किया था। जिसके बाद किंग खान ने मुस्कुराते हुए कहा, 40 ओह, केवल 40। वह अभी 37 साल की हैं। हमारे परिवार में, हम अपनी उम्र थोड़ा कम बताते हैं। मीडिया से बातचीत के दौरान शाहरुख ने आगे कहा- जब गौरी ने अपना खुद का बिजनेस शुरू करने का फैसला किया, तो शाहरुख ने अपने दोस्तों से मदद लेने की बात कही।
लेकिन गौरी ने इनकार कर दिया। 40 साल की उम्र में गौरी ने ये बिजनेस शुरू किया है। मैंने गौरी से कहा, 'मेरे कुछ दोस्त हैं, हम उनसे बात कर सकते हैं', और उसने कहा नहीं। गौरी ने लोअर परेल में कहीं एक छोटी सी दुकान शुरू की। और उसने यह सब अपने दम पर किया, और वह करती रही जो उन्हें पसंद हैं'। इसके अलावा बुक लॉन्च में शाहरुख गौरी की तारीफ करते हुए बोले- 'मुझसे, मेरे बच्चों से मेरी बहन से ज्यादा गौरी इन दिनों व्यस्त चल रही हैं'। हम उनसे पूंछते रहते हैं कि वह इतना काम क्यों करती हैं। तो वह जवाब में कहती हैं की उन्हें संतुष्टि मिलती है। मुझे लगता है कि यह किताब उसी के लिए है। इवेंट में शाहरुख ने अपने सी-फेसिंग बंगले मन्नत के बारे में भी बात की, उन्होंने अपने घर को गौरी का पहला इंटीरियर डिजाइनर के रूप में पहला प्रोजेक्ट बताया। उन्होंने कहा, 'हम मन्नत खरीदने में कामयाब रहे। लेकिन, हमे फिर से इसे बनाना पड़ा, क्योंकि यह काफी बेकार स्थिति में था, और हमारे पास पैसे नहीं थे। फिर हमने एक इंटीरियर डिजाइनर बुलाया।
उसने बताया की वह हमारे घर को कैसे डिजाइन करेगा। उस वक्त उसने हमें जो लंच परोसा था उसकी कीमत मेरी सैलरी से भी ज्यादा थी। शाहरुख ने आगे बताया, 'फिर मैंने गौरी से कहा तुम ही घर की डिजाइनर क्यों नहीं बन जाती?' मन्नत की शुरूआत ऐसे ही हुई थी। सालों में हमने जो पैसा कमाया… हम छोटी-छोटी चीजें खरीदते रहे। जब हमारे पास थोड़े पैसे थे तो हमने सोफा खरीदा… और सभी छोटी चीजें जो हम खरीदते थे, उसे रखते गए।