October 3, 2024

घर बनाना हुआ ओर भी मुश्किल, लोहा-सीमेंट की कीमतें 20 % बढ़ी

0

 भोपाल

राजधानी में घर का सपना देख रहे लोगों पर कमर तोड़ महंगाई की मार पड़ रही है। लोहे के दाम तेजी से ऊपर जा रहे हैं। वहीं सीमेंट लोहे से रेस लगाती दिख रही है। पिछले छह माह में सीमेंट के दाम चार बार बढ़ चुके हैं। मई में एक बार फिर इसके दामों में बढ़ोत्तरी की तैयारी की जा रही है।
इधर, ईंट और रेत के दाम भी आम जनता को राहत देते नजर नहीं आ रहे हैं। ऐसे में रियल एस्टेट प्रोजेक्ट से लेकर सरकारी निर्माण कार्यों की रफ्तार भी थम सी गई है। इसका असर भी आम जनता पर पड़ेगा। बिल्डरों की मानें तो नये प्रोजेक्ट में 20 प्रतिशत तक दाम में इजाफा होगा।

अभी राहत की उम्मीद नहीं
बिल्डर मटेरियल के थोक सप्लायर संजीव मिश्रा का कहना है कि अभी सीमेंट, लोहे, रेत के दामों पर किसी प्रकार की राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। बल्कि लोहे और सीमेंट के दामों में अभी और बढ़ोत्तरी हो सकती है। राजीव शर्मा का कहना है कि इसके अलावा बिजली के उपकरण के साथ ही अन्य सामग्रियों के दामों में भी उछाल आया है। ऐसे में घर के निर्माण पर भी असर पड़ा है।

आम जनता का बिगड़ा बजट, अटके काम
घर बनाने का सपना देख रहे लोगों को उम्मीद थी कि रेत, लोहे, ईंट, सीमेंट के दामों पर कमी आएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। दाम लगातार बढ़ रहे हैं। ऐसे में घर बनाने का जो बजट था, वो पूरी तरह गड़बड़ा गया है। लगातार बढ़ रही महंगाई की वजह से लागत में वृद्धि का बोझ ग्राहकों पर सीधे-सीधे पड़ रहा है। इसे ऐसे समझे शहर में टू बीएचके की कीमत औसतन 20 से 23 लाख रुपए तक पहुंच गई है।
 पहले यदि 20 लाख रुपए के हिसाब से कीमत मानी जाए, तो निर्माण करने पर तीन से साढ़े तीन लाख रुपए तक का अतिरिक्त भार पड़ रहा है।

ऐसे बढ़े निर्माण सामग्रियों के दाम

  • रेत: 1000 रुपए घनफीट से बढ़कर 1650 रुपए घनफीट तक हो गई है।
  •  गिट्टी: 22 से 24 रुपए घन फीट मिल रही है।
  • ईंट: पहले 5.50 से 8.50 रुपए में मिल रही थी। वह अब 7.50 से 12 रुपए तक रेट पहुंच गए हैं।
  • सीमेंट: 300 रुपए बोरी मिल रही थी, वो अब 340 रुपए हो गई है। वहीं जो सीमेंट 350 रुपए में मिल रही थी, वो 365-370 रुपए की है।
  • लोहा: इसमें सबसे अधिक बढ़ोत्तरी हुई है। पहले लोहा 60 रुपए प्रति किलो मिल रहा था, वो अब 75 रुपए प्रति किलो पहुंच गया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed