बिहार में लाठीचार्ज में BJP नेता की मौत, सदन में प्रोटेस्ट के बाद निकाला जा रहा था मार्च
पटना
शिक्षक भर्ती और 10 लाख रोजगार के मामले पर विधानसभा मार्च निकाल रहे बीजेपी कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। इस दौरान बीजेपी के जहानाबाद जिला महासचिव विजय सिंह की मौत हो गई है। सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर ये जानकारी दी है। पूर्व डिप्टी सीएम और बीजेपी सांसद सुशील मोदी ने ट्वीट में लिखा है- बिहार पुलिस द्वारा पटना में गिरफ्तार, जहानाबाद जिले के जीएस विजय कुमार सिंह की क्रूर पुलिस लाठीचार्ज में मौत हो गई। हालांकि प्रशासन ने कहा है कि वो बेहोशी की हालत में मिले थे जिसके बाद उन्हें पीएमसीएच में भर्ती कराया गया था।
बीजेपी के विधानसभा मार्च में भाजपा सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने जब पुलिस की बैरिकैडिंग तोड़ दी तो उनके ऊपर पुलिस लाठीचार्ज किया गया जिसमें उनको भी चोट आई है। पुलिस का कहना है कि विधानसभा मार्च को डाक बंगला चौराहे पर रोकने की कोशिश की गई लेकिन भाजपा नेता सुरक्षा घेरा तोड़कर जबर्दस्ती आगे बढ़ रहे थे। पुलिस ने मार्च को रोकने के लिए बल प्रयोग किया।
पुलिस ने बताया कि प्रदर्शनकारी डाकबंगला चौराहे पर धरने पर बैठ गये और किसी को चौराहे से गुजरने नहीं दे रहे थे। जब पुलिस ने सड़क खाली कराने की कोशिश की तो प्रदर्शनकारियों की पुलिस से झड़प शुरू हो गयी। पुलिसकर्मियों ने समझाने की कोशिश की तो हाथापाई भी हो गई। फिर पुलिस ने पानी की बौछार और आंसू गैस के गोले छोड़े, जिसके बाद प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव कर दिया।
पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी और सांसद रामकृपाल यादव ने कहा कि पटना में हो रहे प्रदर्शन पर पुलिस का लाठीचार्ज निंदनीय है। उन्होंने कहा कि लाठीचार्ज के दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए। नीतीश कुमार सरकार को सवालों का जवाब देना होगा। हमने इन सवालों को सदन में भी उठाने की कोशिश की लेकिन कोई जवाब नहीं मिला, इसलिए हमने सड़कों पर उतरने का फैसला किया है। वहीं सम्राट चौधरी ने कहा है कि जब उन्होंने शांतिपूर्ण तरीके से राजभवन मार्च किया तो पुलिस ने लाठीचार्ज क्यों किया।
शिक्षक नियुक्ति के मुद्दे पर सरकार के खिलाफ मोर्चा
इससे पहले गुरुवार को सदन में जोरदार हंगामा देखने को मिला है. शिक्षकों की नियुक्ति का मुद्दा उठाए जाने पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी तकरार हो गई. बीजेपी के सदस्यों ने वेल में पहुंचकर सरकार को घेरा और प्रदर्शन किया, जिसके बाद बीजेपी के दो विधायकों को विधानसभा से मार्शल आउट कर दिया गया. बाद में रैली निकाल रहे विधायकों और नेताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया.
दरअसल, बीजेपी ने गुरुवार को नीतीश सरकार के खिलाफ विधानसभा मार्च बुलाया है. विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही बीजेपी विधायकों ने सदन में हंगामा करना शुरू कर दिया. डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की बर्खास्तगी की मांग जोर पकड़ गई. बीजेपी ने भ्रष्टाचार, रोजगार और शिक्षक नियुक्ति पर सवाल उठाए और सदन के वेल में पहुंच गए.
बीजेपी ने विधानसभा से वॉक आउट किया
बाद में स्पीकर के निर्देश पर बीजेपी विधायक जीवेश मिश्रा और शैलेंद्र को सदन से बाहर निकाला गया. दोनों विधायकों को खींचकर मार्शल बाहर ले गए. दोनों ने स्पीकर पर सत्ता पक्ष के लिए एकतरफा कार्रवाई करने का आरोप लगाया. बाद में बीजेपी के तमाम विधायकों ने नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा के नेतृत्व में विधानसभा से वॉक आउट किया.
विधानसभा के लिए मार्च निकाल रही थी बीजेपी
सदन के बाहर आने के बाद बीजेपी विधायक पहले धरने पर बैठे और फिर गांधी मैदान के लिए निकल गए. बाद में गांधी मैदान से बीजेपी का विधानसभा तक मार्च निकालना शुरू किया. इस दौरान पुलिस ने बीजेपी नेताओं पर डाक बंगला चौराहा पर लाठीचार्ज कर दिया.
आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए
बिहार सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे बीजेपी नेताओं को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षाकर्मियों ने मोर्चा संभाला और वॉटर कैनन, आंसू गैस के गोले छोड़े. उसके बाद लाठीचार्ज भी किया.
शिक्षा विभाग में एक हफ्ते के लिए छुट्टियां रद्द
इस बीच, बिहार शिक्षा विभाग ने एक आदेश जारी किया है और अगले एक सप्ताह के लिए शिक्षा विभाग के अधिकारियों की छुट्टियों पर रोक लगा दी है. आदेश में कहा गया है कि जिला शिक्षा अधिकारियों, जिला कार्यक्रम अधिकारियों और अन्य अधिकारियों की छुट्टियां निलंबित कर दी गई हैं. इसके अलावा, शिक्षा विभाग के अधिकारियों को विशेष परिस्थितियों में छुट्टियां लेने के लिए उप सचिव केके पाठक से अनुमति लेनी होगी. शिक्षा विभाग को यह कदम आंदोलन की वजह से उठाना पड़ा है.
एक दिन पहले बीजेपी विधायकों ने सदन में कुर्सी तोड़ दी
इससे पहले बुधवार को भी विधानसभा में जबरदस्त हंगामा हुआ. इस दौरान सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी मौजूद रहे थे. विधानसभा की कार्यवाही के दौरा नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने सरकार पर भ्रष्टाचार से समझौता करने का आरोप लगाया. सदन में विपक्ष ने लगातार हंगामा किया. इस दौरान हंगामा करते हुए BJP विधायकों ने सदन में कुर्सी तोड़ दी.