यमुना एक्प्रसेवे फिल्म सिटी विकसित करने को बदले नियम, इन 3 सुझावों पर बनी सहमति
यमुना
यमुना प्राधिकरण के सेक्टर-21 में प्रस्तावित फिल्म सिटी को विकसित करने के लिए फिल्म इंडस्ट्री के तीन सुझाव पर सहमति बन गई है। शासन ने लाइसेंस का समय, मोरोटोरियस समय और लाभांश की हिस्सेदारी में बदलाव कर दिया है। बिड इवैल्युवेशन कमेटी ने इस पर मुहर लगा दी है। इसी महीने ग्लोबल टेंडर निकाले जाएंगे।
फिल्म सिटी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट है। इसमें हो रही देरी को लेकर मुख्यमंत्री ने खुद इसकी निगरानी शुरू कर दी है। इसको लेकर बुधवार को लखनऊ में बैठक भी हुई थी। यमुना प्राधिकरण ने फिल्म सिटी के विकासकर्ता का चयन करने के लिए दो बार ग्लोबल टेंडर निकाले थे। इसके बावजूद कोई कंपनी इसके लिए आगे नहीं आई। इसके बाद प्राधिकरण ने फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े लोगों से वार्ता की और उनके सुझाव लिए।
लखनऊ में पीपीपी मॉडल वाली परियोजना के बनी बिड इवैल्युवेशन कमेटी के समय इन सुझावों को रखा गया। अब इन सुझावों को मान लिया गया है। अब इनको बिड डॉक्यूमेंट और कंशेसन एग्रीमेंट में शामिल किया जाएगा। कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद इसके टेंडर निकाले जाएंगे। फिल्म सिटी को तीन चरणों में विकसित किया जाएगा। पहला चरण 230 एकड़ में विकसित होगा। पहले चरण के लिए ही टेंडर निकाले जाएंगे। फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े लोग 90 साल लाइसेंसिंग पीरियड का मांग रहे थे। पहले यह 60 साल का था। अब 90 वर्ष कर दिया गया है। पहले मोरोटोरियस पीरियड चार साल का था। अब इसे बढ़ाकर सात साल कर दिया गया है।
पहले रेवेन्यु शेयरिंग फिक्स प्रीमियम 116 करोड़ रुपये और लाभांश में हिस्सेदारी थी। अब केवल लाभांश में हिस्सेदारी है। यह कुल लाभांश का पांच प्रतिशत होगा। इसी से बिडिंग शुरू होगी। चयनित कंपनी को कम से काम 10 हजार वर्ग मीटर के भूखंड को सब लाइसेंस देने की अनुमति रहेगी। यहां पर फिल्म निर्माताओं के साथ-साथ धारावाहिक सीरियल निर्माता, रियलिटी शो निर्माता जैसे लोगों को मौका मिलेगा। इसके विकास से सर्विस सेक्टर, होटल इंडस्ट्री, पर्यटन सेक्टर साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में भी रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।
पहले चरण में ये काम होंगे
पहला चरण 230 एकड़ में विकसित होगा। 156 एकड़ में फिल्म स्टूडियो और बैकलॉग बनेगा। 20 एकड़ में फिल्म इंस्टीट‘यूट बनेगा। 54 एकड़ में व्यावसायिक गतिविधियां होंगी। इसमें विला, होटल, प्लाजा और टाउनशिप विकसित होगी।
-डॉ. अरुणवीर सिंह, सीईओ, यमुना विकास प्राधिकरण, ''फिल्म सिटी के लिए बिड डॉक्यूमेंट में कई संशोधन किए गए हैं। विकासकर्ता के चयन के लिए टेंडर इसी महीने निकाले जाएंगे।''