हादसे का शिकार पुलिस अधिकारी व कर्मचारियों को SBI देगा 50 लाख रुपये
रांची
झारखंड पुलिस में कार्यरत अधिकारी और सामान्य पुलिसकर्मियाें की किसी दुर्घटना में माैत हाे जाती है ताे स्टेट बैंक ऑफ इंडिया द्वारा परिजनाें काे 50 लाख रुपए की राशि दी जाएगी। इसके अलावा स्थायी या पूर्ण विकलांगता पर भी 50 लाख रुपए मिलेंगे। वहीं प्लेन दुर्घटना में किसी पुलिसकर्मी की माैत हाेती है ताे उनके आश्रित परिजनाें काे 1 कराेड़ रुपए की राशि दी जाएगी। इसकाे लेकर झारखंड पुलिस और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के बीच पुलिस सैलरी पैकेज के तहत साेमवार काे एमओयू किया गया। एसबीआई की यह योजना आर्मी में भी लागू है।
अब झारखंड पुलिस में भी इसकाे लागू किया जा रहा है। झारखंड पुलिस में तैनात लगभग 95 प्रतिशत पुलिसकर्मियों का सेलरी अकाउंट एसबीआई में है। एसबीआई के खाताधारक पुलिसकर्मियों काे ही यह सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इसके लिए पुलिसकर्मियों काे काेई किश्त भी नहीं भरना है। यह पूरी तरह सैलरी पैकेज के तहत हाेगा। यह राशि पूर्व में सरकार की ओर से मिलने वाली अन्य राशि के अतिरिक्त हाेगी। इससे पहले साेमवार काे पुलिस मुख्यालय रांची स्थित सभागार में पुलिस महानिदेशक अजय कुमार सिंह की ओर से डीआईजी बजट डॉ. शम्स तबरेज और भारतीय स्टेट बैंक के डीजीएम देवेश मित्तल ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए।
बच्चाें की उच्च शिक्षा, 2 बेटी के लिए भी मिलेंगे 10 लाख
एमओयू के अनुसार राज्य के सभी पुलिसकर्मियों की दुर्घटना में मृत्यु होने पर आश्रित दाे बच्चों काे उच्च शिक्षा के लिए अतिरिक्त 10 लाख रुपए तथा दाे बेटी की शादी के लिए अधिकतम 10 लाख दिए जाने का प्रावधान किया गया है। नक्सल हिंसा, उग्रवादियों एवं अपराधियाें द्वारा किए गए हमलों में शहीद हाेने पर आश्रित को अतिरिक्त 10 लाख रुपए मिलेंगे, जाे 50 लाख के अतिरिक्त हाेगा। एमओयू के तहत भारतीय स्टेट बैंक की ओर से सभी पुलिसकर्मियों को रू-पे प्लेटिनम कार्ड भी उपलब्ध कराया जाएगा। इसके तहत दुर्घटना आदि में मौत हाेने पर 10 लाख रुपए का अतिरिक्त बीमा कवर उपलब्ध होगा।
66 हजार फाेर्थ ग्रेड पुलिसकर्मियों समेत आईपीएस अफसर तक के आश्रितों काे मिलेगी बड़ी राहत
झारखंड में कार्यरत करीब 66 हजार फोर्थ ग्रेड पुलिसकर्मियों समेत आईपीएस अफसरों काे इस एमओयू का लाभ मिलेगा। यह सभी बीमा सुविधाएं भारतीय स्टेट बैंक द्वारा पुलिस सैलेरी पैकेज के तहत खाताधारकों को निशुल्क उपलब्ध हाेंगी। जिन पांच फीसदी पुलिसकर्मियों का खाता एसबीआई में नहीं है उनका सैलरी खाता भी जल्द से जल्द एसबीआई में खाेला जाएगा। ताकि शतप्रतिशत पुलिसकर्मियों और उनके आश्रितों काे जरूरत पड़ने पर इसका लाभ मिल सके।