बरेली में लगातार मिल रहीं लाशें, हत्यारे का सुराग खोजने में जुटी पुलिस, एक ही पैटर्न से हत्या
बरेली
बरेली के देहात क्षेत्र में पिछले तीन महीने में सात महिलाओं की लाश मिली लेकिन पुलिस कातिल का सुराग नहीं लगा पा रही है। स्थिति यह है कि एसपी देहात के नेतृत्व में बनी 18 टीमों के हाथ 24 अगस्त से अबतक कोई सुराग नहीं लगा। इधर बुधवार को भोजीपुरा इलाके में जो लाश मिली है, पुलिस का कहना है कि यह स्पष्ट नहीं हो रहा कि लाश महिला की है या पुरुष की। वहीं स्थानीय लोग कह रहे हैं कि महिला की ही लाश है।
फतेहगंज पश्चिमी के गांव पनवड़िया के जंगल में 10 जुलाई को शाही के मुबारकपुर निवासी शांति देवी (50) की हत्या करके शव फेंका गया था। इससे पहले 19 जून को शाही रोड के किनारे गन्ने के खेत में कुल्छा गांव की धनवती की हत्या की गई। तीसरी हत्या शाही इलाके के ही आनंदपुर गांव में प्रेमवती की हुई। चौथी घटना में शाही के खजुरिया की कुसमा की हत्या की गई। इसके बाद सेवा ज्वालापुर की वीरवती की हत्या हुई।
बीच में एक अन्य महिला की भी हत्या हुई लेकिन उसके परिजन ने पुलिस कार्रवाई नहीं की। इसके बाद बुधवार को भोजीपुरा थाना क्षेत्र के दलपतपुर में बोरी में बंद एक महिला की लाश मिले, जिसे कुत्ते नोच रहे थे। इनमें से सिर्फ एक घटना का पुलिस ने खुलासा किया लेकिन उस पर भी सवाल उठ रहे हैं।
पुलिस कह रही पुरुष का भी हो सकता है शव भ्ाोजीपुरा क्षेत्र में बुधवार को जो शव मिला है उसे लेकर पुलिस असमंजस में है। पुलिस का कहना है कि शव देखकर स्पष्ट नहीं कहा जा सकता है कि यह पुरुष का है या महिला का। शव को कुत्तों ने पूरी तरह से नोच लिया था। सिर्फ एक हाथ और पैर ही सही थे। ग्रामीणों का दवा है कि शव महिला का ही था
एसपी ग्रामीण, राज कुमार अग्रवाल ने कहा कि बुधवार को भोजीपुरा में जो कंकाल मिला है वह पुरुष का है या महिला का, इसकी अभी पुष्टि नहीं हुई है। पोस्टमार्टम के बाद कुछ पता चलेगा। पिछले दिनों शाही क्षेत्र में जो महिलाओं की हत्याएं हुई हैं, उनमें अभी कुछ हाथ नहीं लगा है। जांच में इतना पता चला है, जो छह हत्या हुईं, उनमें एक व्यक्ति का हाथ नहीं है।
शाही में हो रही हत्याओं की 18 टीमें कर रहीं जांच
महिलाओं की लगातार हो रही हत्या के विरोध में शाही के ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया तो पुलिस ने गांव वालों पर रिपोर्ट दर्ज करके विरोध को शांत कर दिया। इसके बाद आईजी डॉ. राकेश सिंह ने 24 अगस्त को एसपी देहात के निर्देशन में खुलासे के लिए एसआईटी गठित कर दी। 18 टीमें लगाई गई पर अब तक कोई नतीजा नहीं निकला।