रेडिंगटन आईफोन 15 की देश भर में करेगी पेशकश
चेन्नई
सूचना प्रौद्योगिकी समाधान प्रदाता रेडिंगटन लिमिटेड ने कहा कि वह देश भर में एप्पल के नवीनतम आईफोन और वॉच शृंखला के उत्पादों की पेशकश करेगी।
रेडिंगटन ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि उसने आईफोन 15 शृंखला और एप्पल वॉच की नई शृंखला के उत्पादों को देश भर में ग्राहकों को मुहैया कराने के लिए एचडीएफसी बैंक के साथ साझेदारी भी की है। इसके तहत निजी क्षेत्र का यह बैंक इन उत्पादों की खरीद पर कैशबैक की पेशकश करेगा।
दिग्गज अमेरिकी कंपनी एप्पल के उत्पादों का भारत में वितरण करने वाली इस कंपनी ने कहा आईफोन 15 शृंखला के फोन 7,000 खुदरा दुकानों पर मुहैया कराए जाएंगे जबकि एप्पल वॉच की नई शृंखला 2,800 से अधिक स्टोर पर मौजूद रहेगी।
भारत को अब प्रति व्यक्ति आय बढ़ाने पर देना होगा ध्यानः रंगराजन
हैदराबाद
रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर सी रंगराजन ने भारत के दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बनने को एक ‘असरदार कामयाबी’ बताने के साथ ही कहा कि देश की प्रति व्यक्ति आय को भी तेजी से बढ़ाने की जरूरत है।
रंगराजन ने आईसीएफएआई फाउंडेशन फॉर हायर एजुकेशन के 13वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि कोविड-19 महामारी खत्म होने और रूस-यूक्रेन युद्ध की पृष्ठभूमि में देश के भावी विकास के लिए एक स्पष्ट खाका तैयार करने की जरूरत है। इस दिशा में आर्थिक वृद्धि दर को बढ़ाना सबसे पहला और अहम काम होगा।
उन्होंने कहा, ‘भारत का दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाना एक असरदार कामयाबी है। लेकिन प्रति व्यक्ति आय के नजरिये से देखें तो दूसरी तस्वीर ही नजर आती है। वर्ष 2020 में प्रति व्यक्ति आय के मामले में भारत 197 दे्शों में 142वें स्थान पर था। यह दर्शाता है कि अभी हमें कितना लंबा सफर तय करना है।’
रंगराजन ने इस सफर में वृद्धि को अहम बताते हुए कहा, ‘हमारे पास प्रति व्यक्ति आय के मौजूदा स्तर को देखते हुए तेजी से बढ़ने के सिवाय कोई विकल्प नहीं है।’ उन्होंने कहा कि अगर देश अगले दो दशक या उससे अधिक समय तक प्रति वर्ष सात प्रतिशत की दर से वृद्धि करता है तो अर्थव्यवस्था के स्तर में खासा बदलाव हो सकेगा और भारत एक विकसित अर्थव्यवस्था का दर्जा भी हासिल कर सकता है।
उन्होंने भारत के लिए हाल में सामने आईं नई प्रौद्योगिकियों को अपनाने में तेजी दिखाने और इसके अनुरूप कुशल श्रमिकों का विकास करने को महत्वपूर्ण बताया। हालांकि, उन्होंने नई प्रौद्योगिकी की वजह से रोजगार परिदृश्य में बदलाव की संभावना भी जताई।
रंगराजन ने कहा, ‘बढ़ी हुई वृद्धि से रोजगार भी पैदा होने चाहिए। वृद्धि के बगैर रोजगार संवर्द्धन भी टिकाऊ नहीं है। इसीलिए हमें न्यूनतम सात प्रतिशत की टिकाऊ आर्थिक वृद्धि दर को लक्ष्य बनाना चाहिए।’ इसके साथ ही उन्होंने वृद्धि के समान वितरण पर भी जोर देते हुए कहा कि विकास की रणनीति बहुआयामी होनी चाहिए।
कर्नाटक सरकार ने 7,660 करोड़ रुपये की 91 निवेश परियोजनाओं को दी मंजूरी
बेंगलुरु
कर्नाटक सरकार ने 7,659.52 करोड़ मूल्य के 91 औद्योगिक निवेश प्रस्तावों को मंजूरी दे दी है। इनके क्रियान्वयन से 18,146 रोजगार पैदा होने की उम्मीद है।
बड़े एवं मध्यम उद्योग और ढांचागत विकास मंत्री एम बी पाटिल की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय एकल खिड़की मंजूरी समिति (एसएलएसडब्ल्यूसीसी) ने इन निवेश प्रस्तावों को मंजूरी दी। इसमें लगभग 50 करोड़ रुपये निवेश की 26 परियोजनाओं को मंजूरी दी गई जिनसे कुल निवेश 5,750.73 करोड़ रुपये हो गया। इनसे 13,742 नौकरियां पैदा होने की संभावना है।
राज्य सरकार के आधिकारिक बयान के अनुसार, कुछ प्रमुख प्रस्ताव मारुति सुजुकी इंडिया, ऐकस कंज्यूमर, साउथ वेस्ट माइनिंग एंड टाटा सेमीकंडक्टर और क्रिप्टन (इंडिया) सॉल्युशंस प्राइवेट लिमिटेड से संबंधित हैं।
स्वीकृत होने वाले कुल 91 प्रस्तावों में से लगभग 57 निवेश प्रस्ताव 15 से 50 करोड़ रुपये के हैं जिनका संयुक्त रूप से मूल्य 1,144.94 करोड़ रुपये है। इनसे कर्नाटक में 4,404 नौकरियां पैदा होने की संभावना है। इनके अलावा 763.85 करोड़ रुपये के अतिरिक्त निवेश वाली आठ परियोजनाओं को भी समिति ने मंजूदी दी।
बैठक में स्वीकृत प्रमुख निवेश प्रस्तावों में 489.50 करोड़ रुपये के निवेश से विजयपुरा जिले में प्रतिभा पाटिल शुगर इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड की स्थापना, 456 करोड़ रुपये से धारवाड़ जिले में ऐकस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड यूनिट-3 की स्थापना शामिल है।