September 26, 2024

बेतवा खतरे के निशान से दो फीट ऊपर, भादौं की झड़ी ने जिले को कर दिया पानी-पानी

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विदिशा
जिले में विगत दो दिन से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से संपूर्ण जिला पानी-पानी हो गया है। चारों और त्राहिमाम मची हुई है। चारों डेमों के मोरे खोल दिए गए हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में पानी भर गया है लोग मदद की गुहार लगा रहे हैं कुछ प्रभावितों को सुरक्षित स्थान पर भेज दिया है और कलेक्टर ने सरकार को पत्र लिखकर उड़न खटोला की मांग की है। ताकि लोगों की राहत मिल सके।

विदिशा जिले में दो दिन से लगातार हो रही भारी बारिश के चलते जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया । जहा नदी नाले उफान पर आ गये है तो वहीं नीचली बस्तियॉ जल मग्न हो गई है । घरो और दुकानो में पानी भरने के कारण लोगो का काफी नुकसान हो गया । रात भर से पानी गिरने के चलते लोगो को रात भर जाग कर गुजारना पडी है । अभी भी सडको पर दो से तीन पानी भरा हुआ है  न ही कोई जनप्रतिनिधि और न ही  प्रशासन का कोई नुमादा इन बस्तियों में पहुॅचा है।  प्रशासन ने पीछली वार हुई भारी बारिश के चलते बाढ जैसे हालात बन गये थे जिससे लोगो का काफी नुकसान हुआ था और प्रशासन ने बाढ प्रभावित लोगो को जल्द से जल्द मुआवजा बाटने का दावा किया था ।  लोगो का आरोप है कि हर वार इस तरह के हालात बनते है लेकिन प्रशासन उनकी कोई सुध नहीं लेता है और अभी तक उन्हें पीछली वार हुए नुकसान का कोई मुआवजा मिला है ।

जिला मुख्यालय से टूटा चारों तरफ का संपर्क
विदिशा जिले में दो दिन से लगातार हो रही बारिश के चलते समूचे जिले के हालात बद से ज्यादा बदतर हो गये । जहा भारी बारिश के चलते नदी नाले उफान पर आ गये ए जिला मुख्यालय का सम्पर्क चारों तरफ से टूट चुका है। रंगई काली मंदिर के समीप रोड पर 3 फीट पानी है। शमशावद और नटेरन क्षेत्र में सवसे ज्यादा हालात खराब है वहा के ग्रामीण इलाको में पानी भरा गया । लोग घरो में फसे हुए है । सडक मार्ग से सम्पर्क नहीं होने के कारण लोगो को रेस्क्यू नहीं कर पा रहे है ं। वहीं  जिले में और भी जगह लोगो को रेस्क्यू करने में परेशानी आ रही है। जिले में भारी बारिश के चलते हालात खराब है । अभी भी बारिश का दौर जारी है ऐसे में हालात बेकाबू होते जा रहे है ।  जिले की स्थिती गंभीर हो चुकी है । रास्ते बंद होने के कारण कई गांव टापु वन गये है वहा तक पहुॅच पाना सम्भव नहीं है। लोगो को रेस्क्यू करने के लिए वायु सेना की मदद मांगी है। शहर में कई  बस्तियां जलमग्न हो गई हैं। हालात यह हैं कि टीलाखेड़ी और बालाजी पुरम के नाले उफान पर हैं। जिसके कारण उस क्षेत्र के लोग इधर आ नहीं पा रहे। लोगों के घरों तीन से चार फीट पानी भरा हुआ है। शहर की सिंधी कॉलोनी नीमताल तलैया मोहल्ला, ढलकपुरा, रंगियापुरा, करैयाखेड़ी बस्ती, सुभाष नगर, बंटीनगर, सागर पुलिया ऐसे कई क्षेत्र हैं पानी ही पानी दिखाई  दे रहा है। प्रशासन से बाढ़ प्रभावितों के लिए नगर में 6 राहत कैंप बनाए हैं। जिनमें सेंट मेरी, सीएम राइज स्कूल, जय कॉम्पलेक्स बजरिया, पीएम आवास जतरापुरा शामिल हैं। इन कैंपों में प्रभावितों को रूकने और भोजन की व्यवस्था की जा रही है। बारिश थमने का नाम नहीं ले रही। मौसम विभाग ने 24 और भारी बारिश की चेतावनी दी है। जिसके चलते प्रशासन ने जिले को रेड अलर्ट घोषित कर दिया है। और कलेक्टर ने 23 अगस्त की स्कूलों की छुट्टी कर दी हैं।

जिले में लगातार बारिश के चलते बांधो के पेट भर चुके है सगड बांध के 7 और संजय सागर बाह परियोजना  के10 गेट खोल दिये गये है वहीं   रेहटी  बांध के 3 और बर्घरू  बांध के 5 मोरे खुल दिय गये है।  इतना ही नहीं हालाली बांध में भराव की क्षमता अधिक होने के कारण बेस्ट वेयर से 8 फीट पानी बह रहा है । बांध से खोले गये गेट के वाद से कई ग्रामीण इलाको में पानी भर गया है ।  लगातार हो रही भारी बारिश के चलते अभी भी नदी नाले उफान पर चल रहे है ।जिला मुख्यालय का सभी मार्गा का सम्पर्क टूट गया है लोग परेशान होकर घरो से बाहर नहीं निकल पा रहे है और बचाव में लगे हुए है। प्रशासन ने विदिशा जिले को रेड अलर्ट घोषित कर दिया है और प्रशासनिक अधिकारियों को राहत तथा बचाव कार्य के निर्देश दे दिये है । बंधो से पानी छोडने के वाद शमशावाद से भोपाल सिरोंज मार्ग बंद हो गया वहीं तहसील मुख्यालय का ग्रामीण इलाको से सम्पर्क टूट गया है। नीचले इलाको में बाढ जैसे हालात बन गये है । शमशावाद क्षेत्र में 165  मिलीमीटर बारिश दर्ज हो चुकी है । वहीं ग्रामीण क्षेत्रो में पानी भरने के कारण खेतो की फसले बर्वाद हो गये है । कई गांव डूव में आ गये है । संजय सागर बाह परियोजना की ईई प्रतिभा सिंह ने बताया कि भारी बारिश के वाद जिले के बांधो में  क्षमता से अधिक पानी होने के कारण बांधो के गेटो को खोला गया है । शाम को बेतवा खतरे के निशान से दो फीट ऊपर बह रही थी और लगातार बेतवा का जल स्तर बढ़ रहा था।

तेज हवा और बारिश से दो बूड़े वृक्ष धराशाही
बारिश के चलते दो इलाको में बाढ की मार दो बूडे वृक्ष नहीं झेल पाये दोनों धराशाई  हो गए। जिससे काफी देर तक यातायात बाधित रहा और बिजली के तार टूटने से लाइट ुगुल हो गई । लगातार जारी झमाझाम बारिश रूकने का नाम नहीं ले रही । तेज हवा और तुफान के साथ बारिश के चलते नगरपालिका के सामने खडे बर्षो पुराने  यूकेलिप्टस का पेड़ धराशाई हो गया । जो सामने लगी डीपी पर जाकर गिरा । पेड गिरने से बिजली के तार टूट गये जिससे समुचे क्षेत्र की बिजली गुल हो गई बताया गया कि पेड हटाने में नगरपालिका 7 से 8 घंटे का समय गवा चुकी है यातायात सुचारू रूप से संचालित नहीं हो पाया। उधर दुर्गा नगर चौराहे पर संग्रालय परिसर में लगा पीपल वृक्ष हवा और आंधी की चपेट में आकर जमीदोज हो गया । रेल्वे स्टेशन जाने वाले मार्ग पर गिरा जिससे राहगिरो को परेशानीयों का सामना करना पडा । पेड गिरने से बिजली के तार भी टूट गये गनीमत ही कि जिस समय पेड गिरा वहा पर कोई नहीं था और समय रहते वहा की बिजली सप्लाई को बंद कर दिया । लेकिन कई घंटे गुजरने के वाद  पेड नहीं हट पाया।

बरखेड़ी घाट में विकराल रूप पानी का
नटेरन। दो दिन से लगातार हो रही बारिश एबं संजय सागर बाँध के गेट खुलने की बजह से बेरखेड़ी घाट में बाढ़ ने विकराल रूप ले लिया और यहाँ ज्यादातर सभी घरों में पानी भर गया देर रात तक पूर्व विधायक रुद्र प्रताप सिंह एबम प्रसासन दुयारा रेस्क्यू चलाकर लोगो को वाहर निकालने में लगे रहे नटेरन पमारिया गुर्जर खेड़ी हिनोतिया में भी निचली बस्ती के घरों में पानी भर गया प्रशासन पहले ही अलर्ट हो गया है,तहसीलदार एस एन  सोनी,नटेरन जनपद अध्यक्ष प्रतिनिधि यशपाल रघुवंशी,नायब तहसीलदार आनन्द जैन नटेरन क्षेत्र में जल भराव वाले घरों को खाली करवाने में लगे रहे ,एबं मांगलिक भवन में प्रभावित लोगों के रुकने की व्यवस्था की गई।

बाढ़ से 100 गांव प्रभावित, बेतवा खतरे के निशान से 2 फीट ऊपर
अतिवर्षा के चलते बेतवा नदी उफान पर पहुंच गई है व खतरे के निशान से दो फीट उपर बह रही है। जिले के एवं समीपवर्ती जिलों के बांधों में क्षमता से अधिक जल भराव होने के कारण गेट खोले गए हैं इन बांधों का पानी विदिशा जिले में बेतवा नदी के माध्यम से पहुंच रहा हैं जिससे बाढ़ की स्थिति निर्मित हुई है। कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने बताया कि जिला प्रशासन के द्वारा विदिशा तहसील में नगर एवं आसपास के बाढ़ प्रभावित ग्रामों एवं तहसील बासौदा एवं आसपास के ग्रामों में बाढ़ में फंसे लोगों को एयरलिफ्ट करने के संबंध में वायुसेना से मदद मांगी गई है। कलेक्टर ने बताया कि विदिशा जिले में लगभग 100 गांव अतिवर्षा के चलते बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। जिसमें नटेरन अन्तर्गत 14 ग्राम, कुरवाई में 22, शमशाबाद में 16, गुलाबगंज में 01, त्यौंदा में 06, सिरोंज में 01, बासौदा में 05 एवं विदिशा ग्रामीण के 33 ग्राम बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। सोमवार को नौलक्खी क्षेत्र के नागरिकों को भी सुरक्षित बाहर निकालकर बनाए गए राहत कैंप जतरापुरा स्थित पीएम आवास में ठहराकर उनके भोजन के प्रबंध सुनिश्चित किए गए थे।

पठारी का टूटा चारों और से सड़क संपर्क
लगातार बारिश होने से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। निचली बस्तियों में पानी भर गया है। वही नगर के चारों ओर की नदियां उफान पर हैं। पठारी का कई शहरों से संपर्क टूट गया है। वही रेहटी बागोदा बांध के गेट खोले गए। पठारी से कुरवाई, पठारी से खुरई पठारी से गंजबासौदा मार्ग रहा बंद वही ग्रामीणों में अधिक पानी गिरने से ग्राम माला एवं चंदूली गांव का चारों तरफ से संपर्क टूटा शासन प्रशासन हुआ सक्रिय वही ग्राम भाल बामोरा एवं मनेशा गांव में पानी भरते देखा।

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