भारी बारिश से अस्त-व्यस्त राजधानी में धूप निकलने से ली राहत, 36 घंटे बिजली रही गुल, CM ने सुबह-सुबह कलेक्टरों से की वीसी
भोपाल
प्रदेश में भारी बारिश का दौर जारी है। आज भी भोपाल समेत राज्य के 39 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट घोषित किया गया है। हालांकि सोमवार देर रात से बारिश थमने के बाद पिछले 36 घंटे से अस्त-व्यस्त राजधानी भोपाल में हालात सुधरने लगे हैं। पानी, बिजली और मोबाइल नेटवर्क लौटने लगे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने व्यवस्थाएं सुधारने के लिए खुद आधी रात में मोर्चा संभाला। वहीं मंगलवार सुबह हल्की धूप निकलने के बाद विभागों ने राहत कार्य और तेज कर दिए हैं। अभी भी कई क्षेत्रों में बिजली गुल है और जल भराव की स्थिति है। अलग-अलग विभागों के कर्मचारी राहत कार्यों में जुटे हुए हैं। भोपाल में फिलहाल बारिश रुकी हुई है। हालांकि आज शाम फिर बारिश हो सकती है।
प्रदेश में भोपाल, विदिशा, रायसेन, राजगढ़, गुना समेत अतिवृष्टि प्रभावित जिलों में ठप हुई सेवाओं को बहाल करने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खुद मोर्चा संभाला है। वे देर रात डेढ़ बजे तक कलेक्टरों से जानकारी लेते रहे और सुबह फिर लोगों को रेस्क्यू करने की रिपोर्ट लेने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये कलेक्टरों से बात की। सीएम के एक्शन के बाद अब प्रभावित क्षेत्रों में सुविधाएं बहाल होने लगी हैं और रेस्क्यू कार्यवाही में तेजी आई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंगलवार सुबह अतिवृष्टि प्रभावित जिलों के प्रशासनिक अफसरों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये संवाद किया। मुख्यमंत्री ने विदिशा, रायसेन, राजगढ़ कलेक्टर से विस्तृत बात की। मुख्यमंत्री ने गुना जिला प्रशासन और ग्वालियर कमिश्नर से फोन पर चर्चा कर गुना और आस पास के प्रभावित क्षेत्रों की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने रेस्क्यू आॅपरेशन की जानकारी ली और कलेक्टरों को निर्देशित किया कि जिन्हें रेस्क्यू किया है उनके लिए समुचित व्यवस्थाएं करें। राहत कैंपों में भोजन के पैकेट समय पर मिलें। जहां अतिवृष्टि के कारण फंसे लोगों को भोजन की दिक्कत है, वहां भी लोगों तक फूट पैकेट पहुंचाने के इंतजाम किए जाएं। प्रत्येक गांव जहां पानी है, जो राहत कैंप बनाए है,वहां दिक्कत नहीं होनी चाहिए।
वीआईपी इलाकों में बिजली सप्लाई शुरू, अन्य बस्तियों और कॉलोनियों में व्यवस्था दुरुस्त करने में जुटे कर्मचारी
भोपाल में रविवार देर रात से शुरू हुई तेज बारिश और आंधी-तूफान के कारण अब तक शहर के तमाम इलाकों में बिजली सप्लाई सुचारू नहीं हुई है। हालात ये हैं कि वीआईपी इलाकों जैसे एमपी नगर, तुलसी नगर, चार इमली, 10 नंबर, अरेरा कॉलोनी में बिजली कंपनी के अफसर काम में जुटे और तत्काल बिजली शुरू कराई। तो वहीं अवधपुरी, खजूरी कलां रोड, निर्मल नगर, कोलार रोड, आशीर्वाद कॉलोनी, होशंगाबाद रोड, समरधा के आसपास बनी कॉलोनियों, नेहरू नगर, कोटरा सुल्तानाबाद, पुराने शहर सहित शहर से लगे ग्रामीण इलाकों में 36 घंटे बीतने के बाद अब भी बिजली गुल है। कर्मचारी यहां व्यवस्थाएं बनाने में जुटे हैं। शहरवासियों के आरोप हैं कि यह सारी स्थिति बिजली कंपनी के अफसरों की लापरवाही से खड़ी हुई है।
पीने के पानी के लिए तरसे हजारों लोग
आधा दर्जन से अधिक कॉलोनियों के लोग पीने के पानी के लिए तरस रहे हैं। लोगों का जीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है, लेकिन बिजली कंपनी के अफसर अब भी बिजली आने के सिर्फ दावे कर रहे हैं।
पेड़ हटाने निगम कर्मचारियों का इंतजार
बिजली कंपनी के पास लाइनों को दुरुस्त करने के लिए पर्याप्त अमला है। फिर भी कई इलाकों में गिरे पेड़ और पेड़ों की डालियां हटाने के लिए कंपनी के अफसर नगर निगम प्रशासन के कर्मचारियों का इंतजार कर रहे हैं।
बाढ़ के हालात पर फोकस कैबिनेट बैठक स्थगित
विदिशा, रायसेन सहित कई जिलों में अतिवृष्टि और बाढ़ के हालात और इससे हुए नुकसान का जायजा लेने और मंत्रियों के साथ चर्चा करने के लिए आज होने वाली कैबिनेट बैठक स्थगित हो गई है। अब यह बैठक बाद में आयोजित की जाएगी। आज सुबह 11 बजे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने मंत्रियों के साथ कैबिनेट बैठक करने वाले थे। इस बैठक में आधा दर्जन प्रस्तावों पर चर्चा की जाना था लेकिन प्रदेश के अधिकांश जिलों में पिछले 36 घंटे तक हुई अनवरत वर्षा से उपजे हालात को लेकर सीएम ने पहले बाढ़ और अतिवृष्टि से हुई व्यवस्था को दुरुस्त करने को प्राथमिकता देते हुए कैबिनेट बैठक स्थगित कर दी है। उन्होंने सभी मंत्रियों से बाढ़ और अतिवृष्टि को लेकर उपजे हालात पर वर्चुअल चर्चा की।
बारिश अभी बाकी है…
मुख्यमंत्री चौहान ने अतिवर्षा वाले जिलों में कल देर रात जानकारी ली। वे आधी रात में वल्लभ भवन स्थित सिचुएशन रूम पहुंचे थे जहां रात डेढ़ बजे तक जिलों से जानकारी ली थी। दूसरी ओर भोपाल समेत प्रदेश के 39 जिलों में आज भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इधर विदिशा में बेतवा नदी लगातार उफान पर हैं, आज सुबह यहां का वॉटर फिल्टर प्लांट भी बाढ़ के पानी में डूग गया। आज सुबह बेतवा का पानी इस प्लांट के अंदर तक पहुंच गया। इसके चलते कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने लोगों से अपील की है कि मंगलवार की शाम को पीने के पानी की आपूर्ति नहीं की जा सकेगी। इसलिए लोग पीने के पानी का सुरक्षित भंडारण कर रखे। विदिशा में लोगों को एयरलिफ्ट किया जा रहा है। सीएम चौहान ने मंगलवार को कैबिनेट की बैठक के पहले विदिशा जिले का हवाई सर्वे किया।