पंचकूला में देश के सबसे बड़े रावण का दहन, जानें क्यों है खास
पंचकूला
संपूर्ण भारत में आज 24 अक्टूबर 2023 को दशहरा यानी विजय दशमी का त्योहार मनाया जा रहा है. दशहरे के दिन जगह-जगह पर रावण और उसके दोनों भाइयों मेघनाथ और कुंभकरण के पुतले बनाए जाते हैं और उन्हें जलाया जाता है. ऐसा बुराई पर अच्छाई की जीत को दर्शाने की लिए किया जाता है. भारत के ऐसे कई शहर हैं जहां रावण दहन को काफी बड़े अंदाज में सेलिब्रेट किया जाता है और इसे देखने के लिए विदेशों से भी लोग भारी संख्या में आते हैं.
देश का सबसे ऊंचा रावण का पुतला
हर साल दशहरे के मौके पर कुछ प्रतियोगिताएं भी की जाती है जिसमें से एक सबसे बड़ा रावण का पुतला बनाने की प्रतियोगिता है. इस साल पंचकूला में देश का सबसे बड़ा रावण का पुतला बनाया गया है. इस पुतले की कुल ऊंचाई 171 फीट है. बता दें कि यह पुतला देशभर में आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. दशहरे के मौके पर आज इस पुतले को जलाया जाएगा. पंचकूला के सेक्टर 5 स्थित शालीमार ग्राउंड में रावण दहन का कार्यक्रम होगा, जिसके लिए तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. पंचकूला के श्री माता मनसा देवी चैरिटेबल ट्रस्ट (दशहरा कमेटी) और श्री आदर्श रामलीला ड्रामाटिक क्लब की ओर से संयुक्त रूप से इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है.
रावण बनाने में आया है इतने लाख का खर्च
बता दें कि रावण के इस पुतले को तैयार करने में कुल 18 लाख रुपए खर्च किए गए हैं. वहीं, अगर समय की बात करें तो इस पुतले को बनाने के लिए 25 कारीगरों को कुल 3 महीने का समय लगा. साथ ही, रावण के इस पुतले को बनाने में करीब 25 क्विंटल लोहा, 500 बांस के टुकड़े, 3000 मीटर लंबा मैट, 3500 मीटर कपड़ा लगा है. इसके अलावा रावण का चेहरा बनाने के लिए लगभग 1 क्विंटल फाइबर का इस्तेमाल किया गया है.
रावण के अंदर लगाए गए हैं इको फ्रेंडली पटाखे
पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए रावण के अंदर इको फ्रेंडली पटाखे लगाए गए हैं, और ये पटाखे तमिलनाडु से मंगाए गए हैं. बता दें कि इस भव्य रावण के पुतले का दहन रिमोट के जरिए किया जाएगा. बता दें कि रावण दहन से पहले कार्यक्रम में भजन-कीर्तन भी गाए जाएंगे. ऐसे में इस दशहरा समारोह में हजारों लोगों के पहुंचने की संभावना है.
साल 2019 में चंडीगढ़ के धनास गांव में बनाया गया था सबसे बड़ा रावण का पुतला
बराडा गांव से तेजिंदर सिंह राणा पिछले 35 सालों से रावण बना रहे हैं. तेजिंदर राणा ने दुनिया का सबसे ऊंचा रावण 221 फुट साल 2019 में चंडीगढ़ के धनास गांव में तैयार करवाया था.