फीफा का बैन हटा, बाईचुंग भूटिया बनना चाहते हैं AIFF के अध्यक्ष, गांगुली का उदाहरण दिया
नई दिल्ली
पूर्व भारतीय फुटबॉलर बाईचुंग भूटिया ने जोर देकर कहा है कि वह अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ के अध्यक्ष (AIFF) के पद के लिए सही उम्मीदवार हैं। पूर्व फुटबॉल खिलाड़ी अपना नामांकन दाखिल कर चुके हैं और एक बार फिर उन्होंने कहा कि उनके पास भारतीय फुटबॉल की स्थिति के लिए व्यावहारिक समाधान हैं। फीफा ने तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप पर AIFF को प्रतिबंधित कर दिया था। अब वह बैन हटा लिया गया है और अंडर 17 महिला वर्ल्ड कप भारत में ही होगा।
भूटिया ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, "आज मैं जो कुछ भी हूं वह केवल फुटबॉल के कारण है। मैं इसकी वजह से पद्मश्री हूं। मैं भारत के लिए 16 साल तक खेला – यह मेरे खेल को वापस देने का मेरा मौका है। उन्होंने आगे कहा, "मैं AIFF के लिए नया नहीं हूं। मैं सरकार और खेल मंत्रालय के साथ काम कर रहा हूं। सरकार सभी खिलाड़ियों का समर्थन कर रही है। हमारे पीएम भारत में खेलों के विकास में मदद कर रहे हैं।"
उन्होंने कहा, "मेरे पास भारतीय फुटबॉल के लिए अनुभव, जानकारी और योजनाएं हैं। मैं यह कर सकता हूं। इतनी नकारात्मकता होने के बाद, हमें सुधारों की जरूरत है। खिलाड़ी अब प्रशासन में प्रवेश करने के लिए प्रेरित हैं।" 100 से अधिक अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले भूटिया ने सौरव गांगुली को एक अच्छा उदाहरण बताया है है। उन्होंने कहा, "सौरव गांगुली को देखिए, वह एक प्रतिष्ठित क्रिकेटर हैं और क्रिकेट प्रशासन में इतना अच्छा कर रहे हैं।" AIFF को चलाने का मौका देते हुए उन्होंने कहा कि वह सभी राज्य संघों के लिए पर्याप्त धन की व्यवस्था करने की पूरी कोशिश करेंगे। साथ ही कहा है कि कोचों के लिए अंग्रेजी की जरूरत को खत्म करना चाहिए, उनको क्षेत्रीय भाषा में भी फुटबॉल की कोचिंग देने की छूट जरूरी है। भूटिया ने कहा कि अध्यक्ष के रूप में उनका फायदा यह होगा कि वह राष्ट्रीय स्तर के राजनीतिक दल से नहीं हैं। ऐसे में किसी का कोई हस्तक्षेप नहीं होगा।
उन्होंने कहा, "हमारी प्राथमिकता खिलाड़ियों को तैयार करना होनी चाहिए, हमें योग्यता के आधार पर विश्व कप खेलने की जरूरत है न कि केवल मेजबान के रूप में। आइए राजनीति में शामिल न हों और इस खूबसूरत खेल को नष्ट ना होने दें।"