आयुष मंत्री परमार ने “होम्योपैथी स्वास्थ्य कल्याण केन्द्र” का किया लोकार्पण
- आयुष मंत्री परमार ने "होम्योपैथी स्वास्थ्य कल्याण केन्द्र" का किया लोकार्पण
- सर्वसमावेशी स्वास्थ्य सेवाओं की ओर उत्कृष्ट पहल है "होम्योपैथी स्वास्थ्य कल्याण केन्द्र" : आयुष मंत्री परमार
भोपाल
उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा एवं आयुष मंत्री इन्दर सिंह परमार ने मंगलवार को भोपाल स्थित शासकीय होम्योपैथिक चिकित्सा महाविद्यालय एवं चिकित्सालय, आयुष परिसर में नवनिर्मित "होम्योपैथी स्वास्थ्य कल्याण केन्द्र (होम्योपैथी वैलनेस इकाई)" का लोकार्पण किया। आयुष मंत्री परमार ने कहा कि यह इकाई सर्व समावेशी स्वास्थ्य सेवाओं की ओर महत्वपूर्ण एवं उत्कृष्ट पहल है। उन्होंने कहा कि आयुष परिसर में विद्यमान आयुष की समस्त चिकित्सा पद्धतियां, परस्पर एक दूसरे के विज्ञानपरक बिंदुओं को साझा कर आयुष चिकित्साओं को अग्रणी बनाने में सहभागिता करें। इस अवसर पर परमार ने उन्नत इलेक्ट्रॉनिक उपकरण से स्वयं का पूर्ण परीक्षण करवाया एवं जनकल्याण के लिए प्रदान की जा रही समस्त सुविधाओं का अवलोकन भी किया।
इकाई प्रमुख डॉ. जूही गुप्ता ने बताया कि होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति, प्राकृतिक चिकित्सा एवं योग के माध्यम से सभी लोगों को स्वस्थ बनाए रखने और रोगग्रसित लोगों को पीड़ा से बाहर निकालना एवं रासायनिक दावों से यथासंभव उनकी सुरक्षा करना इस केंद्र का उद्देश्य है। डॉ जूही ने बताया कि यह स्वास्थ्य कल्याण केन्द्र होम्योपैथी क्षेत्र में देश भर में अपने प्रकार का प्रथम केंद्र है। उन्होंने बताया कि इस केंद्र पर सभी प्रकार की वैलनेस सुविधा अत्यंत कम दाम पर जनसामान्य को उपलब्ध कराई जाएगी और यह केंद्र प्राकृतिक रूप से स्वास्थ्य के संरक्षण में सहयोगी बनेगा। डॉ जूही ने बताया कि उक्त इकाई सभी शासकीय दिवस में प्रतिदिन प्रातः 8 बजे से अपरान्ह 2 बजे तक संचालित होगी। वैलनेस सुविधा के लिए पूर्व निर्धारित समय दूरभाष नंबर 7869523716 पर लिया जा सकता है।
इस अवसर पर भारत सरकार आयुष मंत्रालय के सचिव राजेश कोटेचा, भारत सरकार आयुष मंत्रालय की सलाहकार समिति के सदस्य अशोक वार्ष्णेय, अपर मुख्य सचिव आयुष श्रीमती कल्पना श्रीवास्तव, आयुक्त श्रीमती सोनाली पोंक्षे वायंगणकर सहित विभागीय अधिकारी, प्राध्यापकगण एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।
- आयुर्वेद से ही निरोगी काया का संकल्प होगा साकार : आयुष मंत्री परमार
- भारत की प्राकृतिक संपदाओं पर विश्वास का भाव करें प्रकट : परमार
- पं. खुशीलाल शर्मा शासकीय आयुर्वेद संस्थान भोपाल में दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का शुभारंभ
आयुर्वेद को चिकित्सा जगत में पुर्नस्थापित करने के लिए हमें देश की प्राकृतिक संपदाओं पर विश्वास का भाव प्रकट करने की आवश्यकता है। भारत के पास हर क्षेत्र में श्रेष्ठ संपदा एवं अपार संसाधन हैं। यह बात उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा एवं आयुष मंत्री इन्दर सिंह परमार ने मंगलवार को भोपाल स्थित पं. खुशीलाल शर्मा शासकीय आयुर्वेद संस्थान के रजत जयंती ऑडिटोरियम में आयोजित "भारतीय आयुर्वेदीय भेषज संहिता की समृद्धि के लिये वानस्पतिक प्रजातियों का वैज्ञानिक मूल्यांकन एवं प्रलेखीकरण" विषयक दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी के शुभारंभ अवसर पर कही।
आयुष मंत्री परमार ने कहा कि कोरोना के भीषण संकटकाल में आयुर्वेद ने अपनी उपयोगिता एवं विश्वसनीयता सिद्ध की है। समाज में देश की परंपरागत विधा "आयुर्वेद" को पुनर्स्थापित करने में सभी की सहभागिता आवश्यक है। आयुर्वेद के संरक्षण एवं व्यापक प्रसार से ही निरोगी काया के संकल्प को सार्थक परिणाम मिलेंगे। भारतीय परंपरा के अनुरूप विज्ञानपरक शोध करने से नवाचार किए जा सकते हैं। आयुर्वेद को चिकित्सा की मुख्य धारा में लाने के लिए सभी का योगदान आवश्यक है। कार्यशाला के दौरान आयुष मंत्री परमार ने राष्ट्रीय आयुष मिशन अंतर्गत "आयुष जन स्वास्थ्य कार्यक्रम" का वर्चुअली शुभारंभ भी किया।
भोपाल लोकसभा क्षेत्र की सांसद सुसाध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कहा कि आयुर्वेद जैसी भारतीय विधा भारतीय परिवेश में ही आगे बढ़े। आयुर्विद्या का मातृभाषा में ही अध्यापन हो।
भोपाल (दक्षिण-पश्चिम) के विधायक भगवानदास सबनानी ने देश भर से आए सभी सहभागी वैज्ञानिको एवं विषयविदों का अभिनंदन किया।
इस अवसर पर भारत सरकार आयुष मंत्रालय के सचिव राजेश कोटेचा, भारत सरकार आयुष मंत्रालय की सलाहकार समिति के सदस्य अशोक वार्ष्णेय, प्रमुख सचिव आयुष श्रीमती कल्पना श्रीवास्तव एवं आयुक्त श्रीमती सोनाली पोंक्षे वायंगणकर, विभागीय अधिकारी, संस्थान के प्रधानाचार्य प्रो. उमेश शुक्ला सहित देश भर से पधारे सहभागी वैज्ञानिक एवं विषयविद, प्राध्यापकगण एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।
- नियत समयावधि में विद्यार्थियों के प्रवेश, सत्रारंभ, परीक्षा और परिणाम हों सुनिश्चित – उच्च शिक्षा मंत्री परमार
- उच्च शिक्षा मंत्री परमार ने "सत्र 2024-25 की ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया" के संबंध में ली बैठक
उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा एवं आयुष मंत्री इन्दर सिंह परमार ने मंगलवार को भोपाल स्थित उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान में "सत्र 2024-25 की ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया" के संबंध में उच्च शिक्षा विभाग के क्षेत्रीय अतिरिक्त संचालकों और अग्रणी महाविद्यालय के प्राचार्यों के साथ व्यापक विचार मंथन किया। परमार ने विद्यार्थियों की नियत समयावधि में प्रवेश प्रक्रिया पूर्ण किए जाने, विषयवार सीटों की संख्या निर्धारण एवं विद्यार्थियों की उपस्थिति सहित विभिन्न बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा कर नियत अवधि में विद्यार्थियों के सत्र सुनिश्चित करने के लिये कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए।
उच्च शिक्षा मंत्री परमार ने कहा कि विद्यार्थियों के प्रवेश निर्धारित समयावधि में हों, सत्र समय से प्रारंभ हों एवं परीक्षा समय से होकर परिणाम निर्धारित समय पर जारी किए जाना सुनिश्चित करने के लिए दृढ़ता से क्रियान्वयन किया जाए। परमार ने कहा कि विद्यार्थियों एवं प्राध्यापकों की अधिकतम उपस्थिति सुनिश्चित किए जाने को लेकर भी व्यापक कार्ययोजना बनाकर क्रियान्वयन किया जाए।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा के सी गुप्ता, विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी धीरेन्द्र शुक्ला सहित सहभागी सात क्षेत्रीय अतिरिक्त संचालकगण एवं 55 अग्रणी महाविद्यालय के प्राचार्य उपस्थित थे।