किसानों को मांग के अनुसार खाद-बीज उपलब्ध कराएं – कलेक्टर
जिले में उपलब्ध है 4897 टन यूरिया तथा 1093 टन डीएपी
रीवा
कलेक्ट्रेट कार्यालय में आयोजित बैठक में कलेक्टर मनोज पुष्प ने कृषि आदानों की समीक्षा की। कलेक्टर ने कहा कि किसानों को उनकी मांग के अनुसार खाद और बीज उपलब्ध कराएं। जिले में वर्षा का क्रम लगभग समाप्त हो गया है। मौसम में परिवर्तन होते ही किसान आगामी फसल की बोनी शुरू कर देंगे। किसानों को कम अवधि की सरसों, अलसी, तोरिया आदि के बीज उपलब्ध कराएं। चने तथा सरसों के क्षेत्र विस्तार का प्रयास करें। सभी सहकारी समितियों में यूरिया तथा डीएपी खाद का समुचित भण्डारण कराएं। जिला सहकारी बैंक के महाप्रबंधक सहकारी समितियों को खाद क्रय करने के लिए पर्याप्त मात्रा में लिमिट जारी करें। ऋणी किसानों के लिए भी खाद उपलब्ध कराने की व्यवस्था करें।
कलेक्टर ने कहा कि गत वर्षों के अनुभव के आधार पर डीएपी तथा यूरिया की मांग का आकलन करके उसके अनुरूप खाद का भण्डारण कराएं। किसानों को हर हाल में खाद उपलब्ध कराएं। कृषि विभाग के मैदानी अधिकारी खाद और बीज के नमूने लेकर उनकी नियमित जांच कराएं। नमूने के अमानक पाए जाने पर दुकानदार का लाइसेंस निरस्त करने की कार्यवाही करें। बैठक में उप संचालक कृषि यूपी बागरी ने बताया कि जिले में आगामी फसल के लिए कुल 68 हजार 452 मीट्रिक टन खाद वितरण का लक्ष्य रखा गया है। जिले में वर्तमान में 10 हजार 338 टन यूरिया तथा 3 हजार 394 टन डीएपी एवं 2 हजार 936 टन एनपीके खाद उपलब्ध है। इसमें सहकारी समितियों, विपणन संघ तथा निजी विक्रेताओं के यहाँ भण्डारित खाद शामिल है। जिले में अब तक 16 हजार 327 टन यूरिया, 5 हजार 837 टन डीएपी तथा 2 हजार 464 टन एनपीए का वितरण किया जा चुका है। वर्तमान में जिले में 4 हजार 897 टन यूरिया, 1093 टन डीएपी तथा 578 टन एनपीके खाद उपलब्ध है। खाद की रैक लगातार जिले को प्राप्त हो रही है। बैठक में महाप्रबंधक जिला सहकारी बैंक ज्ञानेन्द्र पाण्डेय, जिला विपणन अधिकारी प्रियंका तिवारी तथा अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।