अजमेर दरगाह के खादिम से कन्हैयालाल के हत्यारों के संबंधों की जांच में कई खुलासे
जयपुर
राजस्थान के उदयपुर में कन्हैयालाल के हत्यारों मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद प्रदेश के कई जिलों में कट्टरपंथी संगठन दावत-ए-इस्लामी का प्रचार-प्रसार करते थे। दोनों दावत-ए-इस्लामी संगठन से युवाओं को जोड़ने का काम करते थे। ये दोनों दावत-ए-इस्लामी का साहित्य भी बेचते थे। साहित्य के बेचने से मिलने वाले पैसे को ये संगठन की गतिविधियों के विस्तार में लगाते थे। सूत्रों के अनुसार अब तक की जांच में सामने आया कि अजमेर से साहित्य विभिन्न जिलों में भेजा जाता था। यह साहित्य आपत्तिजनक था। भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नुपुर शर्मा के बयान के बाद रियाज,गौस और इनके साथियों ने कई युवाओं को भड़काने का प्रयास किया था ।
सूत्रों के अनुसार तीनों ने युवाओं से कहा था कि नुपुर का समर्थन करने वालों का तालिबान की तर्ज पर सिर कलम कर के वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल करें। पापुलर फ्रंट आफ इंडिया की भीलवाड़ा इकाई के पूर्व अध्यक्ष अब्दुल सलाम के दावत-ए-इस्लामी से जुड़े होने की बात भी पुख्ता हो गई है। सलाम भी युवाओं को संगठन से जोड़ता था।
गौहर को पहले भी हिरासत में लिया गया था
कन्हैयालाल हत्याकांड की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी(एनआईए )और राजस्थान एटीएस को अजमेर दरगाह के खादिम गौहर चिश्ती के बारे में कई महत्वपूर्ण जानकारी मिली है। ख्वाजा साहब की दरगाह के बाहर फड़काऊ भाषण देने और राष्ट्रविरोधी नारे लगाने को लेकर पुलिस ने गौहर चिश्ती के खिलाफ मामला दर्ज किया है। गौहर फिलहाल फरार चल रहा है। जांच में सामने आया कि गौहर पहले भी देश विरोधी गतिविधियों में शामिल रहा है। जनवरी,2020 में उसे सीआरपीएफ कैंप का वीडियो बनाते हुए पकड़ा गया था। पुलिस और राज्य गुप्तचर ब्यूरो के अधिकारियों ने उसको हिरासत में लेकर पूछताछ की थी। हालांकि उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं किया गया था। उसे चेतावनी देकर छोड़ दिया गया था।
अजमेर से उदयपुर गया था गौहर
एटीएस अधिकारियों के अनुसार दरगाह के निजाम गेट के बाहर भड़काऊ भाषण और नारेबाजी के आरोपित गौहर 17 जून को अजमेर से उदयपुर गया था। वहां उसकी कन्हैयालाल के हत्यारों मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद से मुलाकात हुई थी। पुलिस को गौहर चिश्ती की कुछ संदिग्ध पुरानी फोटो भी मिली है। सूत्रों के अनुसार एनआईए की टीम ने दो दिन पहले अजमेर पहुंचकर गौहर के बारे में जानकारी जुटाई थी। हालांकि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान का कहना है कि गौहर मामले की जांच पुलिस ही कर रही है। लेकिन सूत्रों के अनुसार रियाज और गौस से गौहर के संबंधों की जांच एनआईए की टीम कर रही है। पुलिस की जांच में सामने आया कि गौहर मोबाइल फोन की सिम बदलता रहता था। उसकी कई बार पाकिस्तान में व्हाट्सअप से बात हुई थी। उल्लेखनीय है कि गौहर के खिलाफ 26 जून को दरगाह बाजार पुलिस थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 115,302,117 और 153ए के तहत मामला दर्ज किया गया है।