प्रदेश पुलिस में अब थानों के दो पहिया वाहन कहलाएंगे चीता
भोपाल
मध्य प्रदेश पुलिस में करीब दस साल बाद फिर से ‘चीता ’की वापसी हो रही है। प्रदेश में ‘चीता ’का चलन करीब दस साल चला था। अब एक बार फिर से प्रदेश पुलिस में ‘चीता’ नाम हर अफसर और वायर लैस सेट पर गूंजता हुआ नजर आएगा।
साथ ही गुंड़े-बदमाशों में भी इनका खौफ नजर आए। दरअसल प्रदेश सरकार ने कूनो नेशलन पार्क में चीतों के आने के साथ ही मध्य प्रदेश के थाना पुलिस के पास मौजूद मोटर साइकिलों को अब ‘चीता मोबाइल ’ के नाम से जाना जाएगा। इस संबंध में गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि पुलिस थानों में मौजूद पेट्रोलिंग वाहनों में एक रूपता लाते हुए उनका नाम चीता मोबाइल रखा गया है। चीता मोबाइल पूरे प्रदेश में पेट्रोलिंग करेगा। जब प्रधानमंत्री कूनों में चीतों को छोड़ेंग उस वक्त पूरे प्रदेश के इन चीता मोटर साइकिल से पुलिस सायरन बजाकर गश्त शुरू करेगी। मिश्रा ने कहा कि चीता सबसे तेज दौड़ता हैं, हमारी पुलिस भी तेजी से काम करेंगी। गौरतलब है कि प्रदेश में दस वर्षों तक चीता मोबाइल पहले भी रह चुकी है। वर्ष 2003 में पुलिस की मोटर साइकिलों को चीता नाम दिया गया था। यह व्यवस्था प्रदेश में वर्ष 2012 तक चलती रही। इसके बाद यह योजना आगे नहीं बढ़ सकी।
उस वक्त इन मोटर साइकिलों पर चीता की तरह ही रंग रोगन करवाया जाता था।