शरद पवार सरकार गंवाकर BMC चुनाव प्रचार में जुटे, गठबंधन पर संशय बरकरार
मुंबई
महाराष्ट्र में सियासी तूफान के बाद अब दलों की नजरें बृह्नमुंबई महानगरपालिका चुनाव पर हैं। इधर, रष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने भी BMC चुनाव प्रचार में उतरने का ऐलान कर दिया है। खास बात है कि लंबे समय के बाद पवार ने पार्टी के लिए BMC के लिए प्रचार करने का जिम्मा उठाया है। संभावनाएं जताई जा रही हैं कि मानसून के बाद चुनाव हो सकते हैं। पवार ने बुधवार को कहा कि वह बीएमसी चुनाव में एनसीपी उम्मीदवारों के लिए प्रचार करेंगे। उन्होंने कहा, 'NCP नेता और पूर्व सदस्य NCP उम्मीदवारों के लिए प्रचार करेंगे। मैं भी बीएमसी चुनाव के लिए उपलब्ध रहूंगा। मुझे बताएं कि किस वार्ड में मुझे प्रचार करना चाहिए। मैं वहां पहुंच जाऊंगा।' चुनाव की तैयारियों को लेकर वरिष्ठ नेताओं ने बैठक भी की है।
पवार के अलावा एनसीपी नेता छगन भुजवल, एकनाथ खडसे और विपक्ष के नेता अजित पवार ने एनसीपी की मुंबई इकाई के साथ बैठक की है। पवार ने कहा, 'गठबंधन हो या नहीं, हमें नरेंद्र राणे और रानी जाधव के नेतृत्व में बीएमसी चुनाव के लिए तैयारी कर लेनी चाहिए।' इससे पहले मुंबई में NCP की कमान सचिन अहीर के हाथों में थी, जो बाद में शिवसेना में शामिल हो गए थे। इसके बाद नवाब मलिक ने कमान संभाली, लेकिन वह जेल में हैं।
इससे पहले 227 सदस्यीय बीएमसी में राकंपा के केवल 8 पार्षद है। जबकि, शिवसेना के मामले में यह आंकड़ा 97 पर है। यहां भाजपा के 83 पार्षद हैं। खास बात है कि ऐसे मौके पर जब उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और शिवसेना बीएमसी पर शासन जमाने की कोशिश कर रही, तो एनसीपी को बड़ी चुनौती मिल सकती है।