एसीपी प्रद्युम्न बोल रहा हूं…यहां रची जा रही है गोरखनाथ मंदिर को उड़ाने की साजिश
गोरखपुर
'एसीपी प्रद्युम्न' बन गोरखपुर में गोरखनाथ मंदिर को आंतकवादियों द्वारा उड़ाने की झूठी सूचना देने पर गुरुवार को पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। उसने एसीपी प्रद्युम्न बनकर डायल 112 को फोन किया था। पुलिस की जांच में वह देवरिया के मेहड़ा पुरवां का रहने वाला अनन्त गुप्ता निकला। पुलिस ने उसे उसके घर से दबोच लिया।
बुधवार दोपहर में एक व्यक्ति ने डायल 112 पर फोन कर बताया कि वह एसीपी प्रद्युम्न बोल रहा है। वह इस समय बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर के बगल में रैनबसेरा के पास है। वहां छह-सात व्यक्ति फर्जी तरीके से इलाज कराने आए हैं, जो आतंकवादी हैं। ये लोग दीपावली पर्व पर गोरखनाथ मंदिर उड़ाने की साजिश रच रहे हैं। उसकी सूचना पर गोरखपुर कैंट थाने की पीआरवी 3886 सक्रिय हुई। जांच में मामला झूठा निकला। पीआरवी ने इसके बारे में पुलिस मुख्यालय को जानकारी दी।
राशन कार्ड बनवाने को भेजा था पत्र
पुलिस की जांच में पता चला कि कुछ दिन पूर्व अनन्त गुप्ता ने पुलिस को एक डाक भेजी थी। उसमें उसने लिखा था कि वह दिव्यांग है। उसे तीन बहनों की भी शादी करनी है। ऐसे में उसका राशन कार्ड बनवाया जाए।