हम काशीपुर आ रहे हैं, जरूरत पड़ेगी तो बताएंगे! यूपी पुलिस एनकाउंटर पर सवाल
रुद्रपुर
यूपी पुलिस के उत्तराखंड में एनकाउंटर के बाद योगी और धामी पुलिस आमने-सामने आ गई है। यूपी पुलिस के सभी आरोपों को उत्तराखंड पुलिस ने खारिज कर दिया है। कुंडा कांड में यूपी पुलिस पर बिना स्थानीय पुलिस को सूचना दिए बिना उत्तराखंड में आकर दबिश देने और जसपुर के ज्येष्ठ उपप्रमुख की पत्नी की गोली लगने से मौत पर यूपी और उत्तराखंड पुलिस के बीच जुबानी जंग छिड़ी है।
दोनों के दावे और तर्कों के बीच अहम सवाल यह है कि क्या यूपी पुलिस ने उत्तराखंड में दाखिल होने की सूचना दी थी? अगर दी थी तो किसे? किसी सक्षम अधिकारी को या फिर थानाध्यक्ष को या फिर किसी और पुलिस कर्मी को अनौपचारिक तौर पर? सूत्रों के मुताबिक, यूपी पुलिस जब उत्तराखंड की सीमा में दाखिल हुई थी तो उनकी टीम के एक सदस्य ने ऊधमसिंह नगर के एक परिचित पुलिस कर्मी को अनौपचारिक कॉल की थी।
उसने बताया था कि वे काशीपुर दबिश देने आ रहे हैं और जरूरत पड़ेगी तो बताएंगे। हालांकि, जिस पुलिस कर्मी से बात हुई वह काशीपुर में तैनात नहीं है। सूत्रों के मुताबिक, कुंडा थाना क्षेत्र के भरतपुर गांव में महिला की मौत और वहां बवाल के बीच जब यूपी पुलिस घिर गई तब दोबारा उसी सिपाही को यूपी पुलिस ने कॉल की थी।