2007 टी20 वर्ल्ड कप जीत को याद करके भावुक हुए कप्तान रोहित शर्मा
नई दिल्ली
क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट टी20 का धमाका आज से शुरू हो गया है। भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया में हो रहे इस टी20 वर्ल्ड कप 2022 में अपना पहला मुकाबला 23 अक्टूबर को पाकिस्तान के खिलाफ मेलबर्न में खेलेगी। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा उन चार खिलाड़ियों में से एक हैं, जो 15 साल पहले पहले विश्व कप विजेता टीम का हिस्सा थे। भारत ने 2007 टी20 वर्ल्ड कप में तत्कालीन कप्तान एमएस धोनी के नेतृत्व में इस फॉर्मेट का पहला खिताब जीता था।
रोहित शर्मा उस समय 20 साल के थे और उन्होंने 2007 टी20 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड के खिलाफ डेब्यू किया था, लेकिन उन्हें बैटिंग करने का मौका नहीं मिला था। रोहित उस समय मध्यक्रम में बल्लेबाजी किया करते थे। हालांकि साउथ अफ्रीका के खिलाफ दूसरे मुकाबले में उन्होंने 40 गेंदों में अर्धशतकीय पारी खेली थी और फिर पाकिस्तान के खिलाफ फाइनल में उन्होंने 16 गेंदों पर 30 रन की नाबाद पारी खेली थी। भारतीय कप्तान रोहित ने एक बार फिर से 2007 टी20 वर्ल्ड कप में अपने पहले अनुभव को साझा किया है। उन्होंने खुलासा किया कि वह इस फॉर्मेट के बारे में बहुत कम जानते थे और जब तक भारत ने ट्रॉफी नहीं जीती थी, तब तक यह नहीं पता था कि विश्व कप टीम का हिस्सा बनना कैसा होता है।
भारतीय कप्तान ने टी20 वर्ल्ड कप 2022 की पूर्वसंध्या पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, '' जब मुझे उस विश्व कप के लिए चुना गया था तो मुझे खुद से कोई उम्मीद नहीं था। मैं सिर्फ टूर्नामेंट का आनंद लेना चाहता था और टूर्नामेंट खेलना चाहता था क्योंकि यह मेरा पहला विश्व कप था। मुझे इस बात की कोई समझ नहीं थी कि विश्व कप का हिस्सा बनना कैसा होता है और जब तक हम वास्तव में विश्व कप नहीं जीत लेते, तब तक यह कितना बड़ा होने वाला था।"
हिटमैन रोहित, इस बार अपना आठवां टी20 विश्व कप खेल रहे हैं और वह दिनेश कार्तिक सहित उन चार भारतीय खिलाड़ियों में शामिल हैं, जो 2007 के उद्घाटन टी20 विश्व कप और अब इस साल के टी20 वर्ल्ड कप का हिस्सा हैं। भारतीय कप्तान ने कहा, '' यह एक लंबी यात्रा रही है और खेल बहुत विकसित हुआ है। आप सचमुच देख सकते हैं कि यह 2007 की तुलना में अब कैसे खेला जाता है। 140 या 150 तब एक अच्छा स्कोर था और अब लोग 14 या 15 ओवर में उस स्कोर को प्राप्त करने का प्रयास करते हैं।"