बीजेपी आगामी चुनावों में जीत के लिए केंद्र का फार्मूला करेगी लागू
भोपाल
प्रदेश बीजेपी अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों में जीत के लिए केंद्र का फार्मूला लागू करेगी। इसके लिए पार्टी ने अभी से उन विधानसभा क्षेत्रों में समयदानी भाजपा और संघ के कार्यकर्ताओं को भेजने का फैसला किया है जिनमें पिछले विधानसभा चुनाव और उपचुनाव में पार्टी को हार का सामना करना पड़ा है। इसके साथ ही कमजोर विधानसभा सीटों पर भी यही रणनीति अपनाई जाएगी। यहां पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के उसी पैटर्न पर काम होगा जिसमें हारी हुई या कम मतों से जीतने वाली लोकसभा सीट पर केंद्रीय मंत्रियों की तैनाती कर वहां बूथ स्तर पर माइक्रो मैनेजमेंट की रणनीति पर काम किया जा रहा है।
भाजपा की 230 विधानसभा सीट में से 103 सीट पर पिछले चुनावों में हार हुई है। इसमें से कांग्रेस के 95 विधायक हैं जबकि सपा-बसपा के तीन और निर्दलीय विधायकों की संख्या 4 है। एक अन्य विधायक कांग्रेस से जीते हैं पर बीजेपी में शामिल होने का ऐलान कर चुके हैं। बीजेपी इन सभी सीटों पर विधानसभा प्रभारियों की नियुक्ति कर रही है। पहले चरण में इन सीटों पर नियुक्त प्रभारियों को विधानसभा क्षेत्रों में भेजा जाएगा। दीपावली के बाद ये वहां जाकर वहां बूथ स्तर का माइक्रो मैनेजमेंट देखेंगे और इसकी रिपोर्ट संगठन को देंगे। यह समयदानी कार्यकर्ता पार्टी को जीतने वाले संभावित दावेदारों की स्थिति के बारे में भी बताएंगे और जीते हुए दलों के विधायकों के कमजोर पक्षों की रिपोर्ट तैयार कर संगठन को देंगे ताकि इसके आधार पर प्रदेश संगठन यहां पार्टी नेताओं को भेजकर जीत की रणनीति को अमलीजामा पहनाने का काम कर सके।
लोकसभा क्षेत्र की तर्ज पर एक्शन रिपोर्ट
पार्टी सूत्रों का कहना है कि हारी सीट्स पर विधानसभा प्रभारी बूथ संयोजकों और पन्ना प्रभारियों की मदद से क्षेत्र के लोकप्रिय व्यवसायियों, राजनेताओं, समाजसेवियों, शिक्षा और अन्य वर्ग से जुड़े सशक्त लोगों की रिपोर्ट भी तैयार करेंगे और यह भी जानकारी जुटाएंगे कि किस वर्ग के कितने वोटर बूथ पर मौजूद हैं। यहां सरकारी योजनाओं का लाभ पाने वाले हितग्राहियों के बारे में भी जानकारी ली जाना है।