कोविड काल में अनाथ बच्चों की सीएम हाउस में दिवाली, बच्चों संग मस्ती के रंग में झूमे शिवराज
भोपाल।
कोरोना का प्रकोप कम होने के बाद बगैर किसी बंदिश के दो साल के बाद दीपावली महापर्व पूर्ण उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कोविड काल में अनाथ हुए बच्चों की भी सुध ली है। सीएम शिवराज सिंह चौहान कोविड काल में अनाथ हुए बच्चों के साथ दीपावली मना रहे हैं। इसके लिए मुख्यमंत्री निवास पर एक विशेष कार्यक्रम ''दीपोत्सव'' आयोजित किया जा रहा है। सुबह तकरीबन साढ़े दस बजे शुरू हुए इस कार्यक्रम में सीएम शिवराज के साथ उनकी पत्नी साधना सिंह भी मौजूद हैं। इस कार्यक्रम में कोविड बाल सेवा योजना और बाल आशीर्वाद योजना के कुल 450 बच्चे शामिल हैं। कार्यक्रम में सीएम शिवराज ने बच्चों का फूल बरसाकर स्वागत किया और उनके साथ मिलकर दीप जलाए। इस अवसर पर बच्चों द्वारा सुमधुर गीत भी प्रस्तुत किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने बच्चियों के साथ दीप प्रज्ज्वलित किए और बच्चों के बीच जाकर बैठ गए। मंच पर बच्चों ने गीत गया। ग्राफिक डिजाइनिंग का कोर्स कर रही पावना ने दीपावली पर्व पर एक गीत सुनाया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने बच्चों से कहा। मामा का घर मस्ती करने का है। मस्ती करो बच्चों, हम दिवाली मानने आए है, खुश रहो। शिवरान ने बच्चों से कहा, हम छूलेंगे आसमा, आगे बढ़ेंगे। इसके बाद संजना और मिस्टी ने भी एक गीत ' हम कहा रहेंगे, हम कैसे जिएंगे।' गाया। प्रीति पूनम ने बुंदेली बोली में गीत की एक सुंदर प्रस्तुति दी। कुछ देर बाद सीएम शिवराज भी मंच पर पहुंच गए और बच्चों के साथ झूमते-गाते नजर आए।
सीएम हाउस में मस्ती की पाठशाला
जबलपुर से होटल मैजनमेंट का कोर्स कर रही एक बालिका ने अपना अनुभव सांझा किया। उन्होंने कहा बाल आशीर्वाद योजना से पांच हजार रुपए मिल रहे। इससे पढ़ाई में मदद मिल रही है। मुख्यमंत्री का बहुत बहुत धन्यवाद। अखिलेश तिवारी ने तारे ज़मीन पर गीत सुनाया। तारे जमीन गीत पर मुख्यमंत्री ने भी गीत गुनगुनाया और बच्चों के साथ झूमने लगे।
सीएम ने बच्चों संग की ठिठोली, गाया गीत
सीएम शिवराज सिंह ने कार्यक्रम के दौरान पत्नी साधना सिंह के साथ 'बच्चे मन के सच्चे' गीत गया। गाना खत्म होने के बाद उन्होंने बच्चों से ठिठोली करते हुए पूछा- ' बच्चो, केसा लगा मामा का फटा गला।' यह कहने के साथ सीएम मुस्करा दिए। बच्चे भी हंसे बगैर नहीं रह सके। बालिका शेहायना ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कविता 'आओ मिलकर दिया जलाएं' सुनाई।