बीजेपी दिवाली के बाद हर जिले में करेगी कार्यक्रम, विशिष्टजनों से होगा संवाद
भोपाल
भाजपा के नेता और कार्यकर्ता आने वाले दिनों में समाज के हर तबके के लोगों के बीच पहुंचेंगे और उन्हें अपनी बातें सुनाने के साथ उनके विचार भी सुनेंगे। इस दौरान हर कार्यकर्ता और नेता को यह ध्यान रखना होगा कि वह चंदन तिलक लगाकर और भगवा दुपट्टा पहनकर ही संवाद करे।
ट्रिपल सी यानी कांटैक्ट, कम्युनिकेशन और कोआर्डिनेशन की इस कड़ी में पार्टी की मंशा है कि वे जिससे भी संवाद करे वह पार्टी के लिए एंबेसडर के रूप में काम करे और इसके माध्यम से राष्ट्रवाद को और अधिक मजबूती मिल सके। राजधानी में रिटायर्ड ब्यूरोक्रेट्स से संवाद के बाद अब पार्टी दीपावली के उपरांत इस काम में हर जिले में तेजी लाएगी।
पार्टी के सभी जिला अध्यक्षों को इससे संबंधित फैसले पर अमल के लिए निर्देश जारी किए जा चुके हैं। इसमें कहा गया है कि दीर्घकाल तक चलने वाले इस ट्रिपल सी कार्यक्रम के लिए हर जिले में एक पदाधिकारी इस काम को आगे बढ़ाने के लिए नियुक्त करना है। इस दौरान जो मुख्य कार्य प्रभावशाली व समाज के विशिष्ट व्यक्तियों से संवाद के दौरान किए जाने हैं, उसमें प्रभावशाली और विशिष्ट व्यक्तियों की विधानसभा वार सूची बनाना शामिल है।
इसके बाद उ्नसे संपर्क कर सरकार की योजनाओं एवं पार्टी की विचारधारा से अवगत कराना है। ऐसे लोगों से संवाद के दौरान बहुत बड़ी संख्या में भीड़ जुटाने के बजाय दस से 25 लोगों की ग्रुप मीटिंग करना है। विशिष्टजनों का मुलाकात के दौरान सम्मान बनाए रखने का विशेष ध्यान रखना होगा।
विशेष संपर्क अभियान के लिए ट्रिपल सी की कार्ययोजना बनाने वाले पार्टी के प्रदेश मंत्री राहुल कोठारी ने जिला अध्यक्षों से कहा है कि जब भी जिलों में मुलाकात के लिए पहुंचें तो पार्टी नेता, कार्यकर्ता चंदन तिलक, भगवा दुपट्टा और किताबों का विशेष तौर पर उपयोग करेंगे। मुलाकात एकतरफा नहीं हो बल्कि संवाद दोनों तरफ से हो और ऐसे लोगों का जन्मदिन, वैवाहिक वर्षगांठ हो तो दूरभाष से भी शुभकामनाएं देना न भूलें। भाजपा के प्रकोष्ठ और विभाग इसके लिए आपस में समन्वय बनाकर काम करें।
संवाद करना इनसे प्राथमिकता
आने वाले दिनों में इस अभियान के अंतर्गत पार्टी ने मुलाकात के लिए कैटेगरी भी तय की है। इसमें विश्वविद्यालय कुलपति, शैक्षणिक संस्था संचालक, कोचिंग संचालक, प्राध्यापक, पीएचडी स्कालर्स, एडवोकेट्स, रिटायर्ड न्यायाधीश, वरिष्ठ चिकित्सक, गायक, वादक, कलाकार, निर्माता निर्देशक, क्षेत्रीय लोकगायक, भजन गायक, कवि, लेखक और राज्य व राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी व खेल संस्थाएं, खेल संघ पदाधिकारी, खेल अवार्डी शामिल हैं।
इनके साथ ही मौसम, कृषि, रसायन वैज्ञानिक, सेना व सुरक्षा के रिटायर अफसर, प्रमुख उद्योगपति, आर्गेनाइजेशन अध्यक्ष, चार्टर्ड एकाउंटेंट, कम्पनी सेक्रेट्री, बैंककर्मी, एफपीओ संचालक, सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर, पत्रकार, संपादक, सभी दलों और विचारधारा से जुड़े पूर्व राजनीतिज्ञ, धर्मगुरु, मठ मंदिर, अखाड़ा प्रमुख, सामाजिक महिलाओं के समूह व स्वसहायता समूह की लीडर बहनों से भी संवाद किया जाना है।