देश में कोरोना के पिछले 24 घंटों में 1946 नए मामले आए सामने
कोरोना वायरस महामारी का प्रकोप एक बार फिर बढ़ने लगा है। चीन, अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोप के कई देशों में कोरोना के नए मामलों में भारी उछाल देखने को मिला है। बताया जा रहा है कि इन देशों में नए मामलों के बढ़ने की वजह चीन में हाल ही में पाए गए ओमीक्रोन के नए सब-वेरिएंट्स बीए.5.1.7 ( BA.5.1.7) और बीएफ.7 (BF.7) को माना जा रहा है। खबर है कि यह वेरिएंट्स भारत सहित कई देशों में पहुंच चुका है। चिंता की बात यह है कि इसमें इम्यूनिटी को चकमा देने और तेजी से प्रसारित होने की क्षमता है।
दिवाली का पर्व नजदीक आते ही भारत में कोरोना के नए मामले बढ़ रहे हैं। देश में पिछले 24 घंटों में 1946 नए सामने आए हैं जबकि 10 लोगों की मौत हो गई है और इस तरह अब तक कुल मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 5,28,923 हो गया है।
ओमीक्रोन के सब-वेरिएंट्स के बढ़ते खतरे को देखते हुए विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि आने वाले सर्दियों में कोरोना की एक नई लहर की वजह बन सकता है। देश में इसके कई मामले सामने आए हैं जिसे देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कोविड समीक्षा बैठक की और से संक्रमण के प्रसार को रोकने और नियंत्रण करने के उपायों पर चर्चा की।
सिरदर्द बना ओमिक्रॉन स्पॉन
पूरी दुनिय के लिए सिरदर्द बन रहे ओमीक्रोन के इन सब-वेरिएंट्स को 'ओमिक्रॉन स्पॉन' के नाम से भी जाना जा रहा है। इसके लक्षण हल्के बताए जा रहे हैं लेकिन चिंता की बात यह है कि इसमें तेजी से फैलने की पूरी क्षमता है। भारत में BF.7 के पहले मामले का पता गुजरात बायोटेक्नोलॉजी रिसर्च सेंटर ने लगाया था।
दिवाली तक बढ़ सकते है नए मामले
कोरोना के नए वेरिएंट्स की बढ़ती चिंता की बीच राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह टीकाकरण (NTAGI) के अध्यक्ष डॉक्टर एनके अरोड़ा ने कहा,'अगले दो से तीन सप्ताह महत्वपूर्ण हैं। कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है। दुनिया के विभिन्न हिस्सों में कोरोना के नए वेरिएंट्स पाए गए हैं। फेस्टिव सीजन जारी है और अगले कुछ दिनों में दिवाली जैसे बड़े पर्व आ रहे हैं इसलिए हमें सावधान रहने की जरूरत है। दिवाली पर सतर्क रहें और उन सभी लक्षणों और एहतियाती उपायों को ध्यान में रखें, जो आपको कोरोना से बचा सकते हैं।
इस लक्षण को न करें नजरअंदाज
कोरोना की जल्दी पहचान कर बचाव के लिए आपको कोरोना वायरस के पांच प्रमुख लक्षणों नाक बहना, सिरदर्द, छींकना, गले में खराश और लगातार खांसी को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। गंध की कमी, सांस लेने में तकलीफ और बुखार जैसे लक्षणों का असर थोडा कम हुआ है लेकिन खांसी अभी पांचवें नंबर पर है। इसका मतलब यह है आपने बेशक टीके लगवा लिए हों लेकिन आपको खांसी को बिल्कुल भी इग्नोर नहीं करना चाहिए।
बेशक कोरोना का गंभीर दौर खत्म हो गया है लेकिन खतरा अभी टला नहीं है। दिवाली नजदीक है और इस बार लोग पूरे मूड में हैं। अगर आप कोरोना से बचाव करना है, तो भीड़ से दूर रहें। ध्यान रहे कि नया वेरिएंट इम्यूनिटी को चकमा देने में उस्ताद है इसलिए फर्क नहीं पड़ता कि आपने टीका लगवाया है या नहीं।
मास्क पहनना न भूलें
मास्क पहनना और सामाजिक दूरी बनाए रखना अभी भी कोरोना से खुद को बचाने के दो सबसे अच्छे तरीके हैं। हालांकि सबसे बुरा लग सकता है कि यह खत्म हो गया है, उच्च गुणवत्ता वाले फेस मास्क अभी भी आपको हल्के फ्लू जैसे लक्षणों से बचा सकते हैं।
सर्दी, फ्लू जैसे लक्षणों वाले लोगों से दूर रहें
यह वायरस नाक या मुंह से छोटी बूंदों के माध्यम से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है। बात करते, छींकते, खांसते या हंसते समय भी इसे सुगम बनाया जा सकता है। यदि आप किसी व्यक्ति को सर्दी, फ्लू जैसे लक्षण देखते हैं, तो निकट संपर्क से बचें और दूरी बनाए रखें। अच्छी फिटिंग वाला मास्क पहनना न भूलें।
बिना हाथ धोये या सैनिटाइज किए बिना चेहरे को न छुएं
अधिकतर रोगाणु और वायरस मुंह, आंख और नाक के जरिए शरीर में प्रवेश करते हैं, इसलिए चेहरे को दूषित और अस्वच्छ हाथों से छूने से बचना चाहिए। यह जरूरी है कि हाथों की स्वच्छता बनाए रखें। अपने हाथों को साबुन से धोएं या सतहों को छूने के बाद इसे कीटाणुरहित करें जो वायरस के लिए संभावित प्रजनन स्थल हो सकते हैं।
लक्षण दिखने पर क्या करें
यह बहुत जरूरी है कि अगर आपको फ्लू जैसे कोई भी लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो खुद को अलग कर लें। भले ही आपको सर्दी या फ्लू के लक्षण हों, आपको बाहर जाने और लोगों के साथ मिलने से बचना चाहिए।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।