BMC: डेढ़ करोड़ से रेनोवेशन पर सवालिया निशान, नहीं होगी फॉल सीलिंग गिरने की जांच
भोपाल
आईएसबीटी स्थित निगम मुख्यालय में विगत दिनों अचानक गिरी फॉल्स सीलिंग तो आनन-फानन में रिपेयर की गई है क्योंकि अब नवनिर्वाचित नगर निगम परिषद की बैठक होना है। लेकिन इस मामले में लापरवाही बरतने वाले ठेकेदार और इंजीनियर पर कब कार्रवाई होगी? सिविल शाखा के जिन इंजीनियरों की मॉनिटिरिंग में डेढ़ करोड़ से रेनोवेशन हुआ उन पर अब सवालिया निशान उठ रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद जिम्मेदार इंजीनियर और ठेकेदार के खिलाफ निगम प्रशासन ने कोई एक्शन नहीं लिया। बल्कि पूरा ठीकरा बारिश पर फोड़ा जा रहा है। कुल मिलाकर इस मामले की जांच भी नहीं होगी। अब यह सवाल उठता है कि सालभर पहले हुई फॉल्स सीलिंग आखिर गिरी कैसे? इसका जवाब निगम के आला अधिकारियों के पास नहीं है। प्रभारी इंजीनियर हबीबउल रहमान ने बताया कि छत से पानी के टपकने के कारण फॉल्स सीलिंग गिरी थी, जो हिस्सा डैमज हुआ था वह रिपेयर करवा दिया गया है। साथ ही छत की वाटर प्रूफिंग भी करवाई गई है।
दूसरी बार गिरी सीलिंग
स्टॉफ के कर्मचारी बताते हैं कि फॉल्स सीलिंग का काम, काम चलाऊ किया गया है। यह जगह-जगह से झुक रही है। एक बार फॉल्स सीलिंग पहले गिर चुकी थी। यह दूसरा मौका है जब फॉल्स सीलिंग गिरी है। यदि काम सही तरीके से नहीं किया गया तो आने वाले दिनों में पूरी फॉल्स सीलिंग भरभरा कर एक दिन गिर जाएगी।
टपक रही छत
हाल ही में हुई जोरदार बारिश के कारण निगम मुख्यालय की छत जगह-जगह से टपक रही थी। दीवारों में भी पानी के कारण सिलन आ चुकी है। जहां से फॉल्स सीलिंग गिरी वहां छत से पानी टपक रहा था। कर्मचारी बताते हैं कि दीवार पर जगह-जगह सिलन हैं। जिससे कई जगह से फॉल्स सीलिंग की पकड़ ढीली हो चुकी है। इस मामले की जांच होगी तो कई बड़े खुलासे होंगे।
इन जिम्मेदार अफसरों पर नहीं लिया गया एक्शन…
कार्यपालन यंत्री अविनाश श्रीवास्तव, प्रभारी इंजीनियर हबीबउल रहमान, सब इंजीनियर नितिन खरे और ठेकेदार शाशि औदिच्य पर एक्शन अब तक नहीं लिया गया है। इन इंजीनियरों की मॉनिटरिंग में डेढ़ करोड़ की लागत से रिनोवेशन का काम किया गया था।