पूरे सप्ताह प्रदेश में न्यूनतम तापमान में बड़ा बदलाव आने के संकेत नहीं
भोपाल
प्रदेश में अगले कुछ दिनों तक सर्दी के तेवर कुछ नरम बने रहने का अनुमान है। इस बीच दो दिनों बाद ग्वालियर चंबल में बादल छाने के साथ वर्षा के हालात बन सकते हैं। पहाड़ों से लेकर कुछ मैदानी इलाकों में बादल-वर्षा का दौर बीतने के बाद ही सर्द उत्तरी हवाएं आनी शुरू होंगी। ऐसे में अगले पूरे सप्ताह प्रदेश में न्यूनतम तापमान में बड़ा बदलाव आने के संकेत नहीं है। इस बीच गुरुवार को देश के मैदानी इलाकों में मण्डला तीसरा सबसे कम न्यूनतम तापमान वाला जिला रहा। वहीं पिछले दिनों लगातार सबसे सर्द रहने वाला रायसेन पांचवे स्थान पर रहा।
वर्तमान पश्चिमी विक्षोभ जोकि द्रोणिका के रूप में परिवर्तित हो चुका था वह बिहार और पूर्वोत्तर भारत की ओर बढ़ गया है। इस बीच एक ताकतवर विक्षोभ शुक्रवार को हिमालयी इलाकों में पहुंचेगा, इसके असर से अगले दो दिनों तक पहाड़ी इलाकों में वर्षा और बर्फबारी होगी।
इसके बाद छह और सात नवंबर को उत्तर के मैदानी इलाकों पंजाब उत्तर प्रदेश में बादल छाने के साथ कुछ इलाकों में वर्षा संभावित है। इस दौरान प्रदेश के ग्वालियर चंबल में बादल छाने के साथ कुछ इलाकों में वर्षा हो सकती है।
मौसम विज्ञानियों का अनुमान है कि यह ताकतवर विक्षोभ लंबा चलेगा और आठ से नौ नवंबर तक इसका असर दिखेगा।
इसके बाद आसमान खुलेगा और पहाड़ों से सर्द उत्तरी हवाएं मैदानों में आना शुरू होंगी, लेकिन इसी बीच नौ नवंबर को एक और पश्चिमी विक्षोभ के और आने की संभावना है,ऐसे में फिर पहाड़ी इलाकों में वर्षा और बर्फवारी का दौर शुरू हो सकता है, ऐसे में अगले पूरे सप्ताह पर्वतीय इलाकों में बादल वर्षा, बर्फवारी के चलते उत्तरी हवाएं मैदानों की ओर नहीं आएंगी और मैदानी इलाकों सहित मध्यप्रदेश में रात के तापमान में विशेष परिवर्तन नहीं आएगा।