हमे कुपोषण के कलंक को प्रदेश से पूरी तरह मिटाना है:मुख्यमंत्री चौहान
भोपाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में हमारे बच्चे कुपोषित न रहे यह हमारी जिम्मेदारी है। यह सही है कि हम कई राज्यों से इस मामले में पीछे है लेकिन हमे कुपोषण के कलंक को पूरी तरह मिटाना है। हमे पूरे प्रदेश से कुपोषण को दूर करना है।
महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा मैदानी अमले के मागदर्शन, प्रोत्साहन के लिए आयोजित कार्यक्रम में विभाग के मैदानी अमले को संबोधित करते हुए कहा कि जिस कारण बेटियां बोझ समझी जाती थी हमने वह कारण ही समाप्त कर दिया है। समान अनुपात होना चहिए जितने बेटा पैदा हो उतनी बेटी भी हो। मेरी जिंदगी का मकसद है मां बेटी बहन को उसका अधिकार दिलाना। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह विभाग 75 फीसदी आबादी की सेवा करने वाला विभाग है। उन्होंने कहा कि यह विभाग सिफ एक विभाग नहीं बल्कि मेरा एक परिवार है।। वे बहुत दिनों से अपने इस परिवार से बात करने का सोच रहे थे। उन्हें सभी से मिलना था इसलिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उन्होंने इस मौके पर बेहतर काम करने वालों को प्रमाणपत्र देकर सम्मानित भी किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होेने सिर्फ प्रमाणपत्र नहीं दिया है बल्कि प्रदेश की पूरी जनता की ओर से आपका सम्मान किया है आपको आदर दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विभाग का उद्देश्य सफल हो जाए ऐसा काम करने में ही हमारे काम की सार्थकता है। काम के प्रति दृष्टिकोण बदलने की जरूरत है। वे स्वयं अठारह घंटे काम करते है सुबह से लेकर देर रात तक। उन्हें लगता है कि प्रदेश की साढ़े आठ करोड़ जनता के लिए काम करना है।
सोचना होगा, कैसे आदर्श बनेंगे आंगनबाड़ी केंद्र
सीएम ने कहा कहा कि हमे सोचना है कि हम अपनी आंगनबाड़ी को कैसे एक आदर्श आंगनबाड़ी बना सकते है। इंदौर में जब वे आंगनबाड़ियों के लिए राशि मांगने निकले तो साढ़े आठ लाख से अधिक के चेक मिल गए। सभी संकल्प ले कि प्रदेश का कोई बच्चा एक साल में अंडरवेट नहीं रहेगा क्या आप ये चैलेंज लेने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि हमारे आंगनबाड़ी अब केवल आंगनबाड़ी नहीं रहेंगे वे प्री स्कूल बनेंगे। उन्होंने कहा कि लाड़ली लक्ष्मी योजना का दूसरा भाग भी हमने लांच कर दिया है। उन्होंने कहा कि चुनाव में पचास प्रतिशत महिला आरक्षण हांने से महिलाओं का जीवन सुधरा है। उन्होंने सभी से कहा कि बाल विवाह रोकना हमारी जिम्मेदारी है। आयोजन में कन्या पूजन नहीं होने पर उन्होंने खेद जताया। इस मौके पर विभाग के अपर मुख्य सचिव अशोक शाह, संचालक महिला बाल विकास विभाग आरआर भोसले भी मौजूद थे।