दोस्ती टूटी तो आमने-सामने आए गए थे मुलायम-बलराम, पर मैनपुरी में कायम रही नेता जी की बादशाहत
मैनपुरी
1998 और 1999 में मुलायम ने नए दोस्त बने बलराम सिंह यादव को मैनपुरी की विरासत सौंपकर सांसद बनाया। लेकिन बलराम से उनकी दोस्ती 2004 आते-आते टूट गई। इस बार मुलायम मैनपुरी सीट से खुद उम्मीदवार बने तो भाजपा ने मुलायम के चहेते रहे बलराम सिंह यादव को अपनी पार्टी में शामिल कर लिया। इतना ही नहीं बलराम को मैनपुरी सीट पर ही मुलायम के मुकाबले लोकसभा का प्रत्याशी भी बना दिया। 2004 में मुलायम और बलराम के बीच जो लड़ाई हुई उसमें बलराम को बड़ी हार मिली। मुलायम एक बार फिर मैनपुरी में अपनी बादशाहत कायम रखने में सफल साबित हुए।
2004 का लोकसभा चुनाव मैनपुरी की राजनीति के लिए उथल-पुथल भरा रहा। मुलायम ने बलराम सिंह यादव को अपनी पार्टी में शामिल कर 1998 में मैनपुरी सीट को सौंप दिया था लेकिन राजनैतिक महत्वाकांक्षा ने इस दोस्ती को लंबी उम्र नहीं दी। मुलायम और बलराम की राहें जुदा हुईं तो एक बार फिर दोनों ही मैनपुरी लोकसभा सीट पर आमने-सामने आ गए। फर्क इतना था कि मुलायम अपनी पार्टी के प्रत्याशी थे और बलराम भाजपा की टिकट पर मैदान में आए थे। सूबे में बसपा की सरकार थी इसलिए बसपा ने भी इस सीट पर दमदारी से चुनाव लड़ा और अशोक शाक्य को उम्मीदवार बना दिया। दो बड़े यादव प्रत्याशियों की लड़ाई का फायदा उठाने के लिए बसपा ने शाक्य प्रत्याशी पर दांव खेला था। मुलायम ने चुनाव जीत लिया। इसी बीच विधानसभा भंग हो गई तो मुलायम ने मैनपुरी से इस्तीफा दे दिया और प्रदेश के मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाल ली।
मैनपुरी लोकसभा चुनाव एक नजर में
प्रत्याशी दल मिले वोट प्रतिशत
मुलायम सिंह सपा 460470 53.96
अशोक शाक्य बसपा 122600 17.03
बलराम सिंह भाजपा 111153 15.44
राजेंद्र सिंह कांग्रेस 9896 01.37
मैनपुरी की जनता ने वोटों से भर दी मुलायम की झोली
2004 में चुनाव ने कई करवट लीं। लड़ाई बलराम और मुलायम के बीच मानी जा रही थी लेकिन जब परिणाम आए तो मैनपुरी की जनता ने मुलायम को सिर आंखों पर बिठाया और उनकी झोली वोटों से भर दी। मुलायम 460470 वोट मिले और उन्होंने 337870 वोटों के बड़े अंतर से चुनाव जीता। आश्चर्यजनक रूप से भाजपा से चुनाव लड़े बलराम सिंह यादव तीसरे स्थान पर चले गए। उन्हें महज 111153 वोट ही मिल सके। दूसरे स्थान पर रहे बसपा के अशोक शाक्य ने 126600 वोट हासिल किए। कांग्रेस ने भी इस चुनाव में राजेंद्र जादौन पर दांव खेला था लेकिन कांग्रेस सहित अन्य सभी छह प्रत्याशियों की जमानतें जब्त हो गईं।
● 337870 वोटों से चुनाव जीते थे मुलायम
● 719918 लोगों ने किया था मतदान
● 59.45 फीसदी डाले थे वोट
● 63.96 प्रतिशत सपा प्रत्याशी को मिले वोट
● 17.03 प्रतिशत वोट बसपा को मिले
● 15.44 प्रतिशत वोट ही भाजपा प्रत्याशी को मिल सके