ट्विटर से निकाले गए भारतीय कर्मचारियों के लिए,देशी कंपनी आई सामने
नई दिल्ली
भारत में ट्विटर के सबसे बड़ा प्रतिद्वंदी Koo के सह-संस्थापक मयंक बिदावतका ने कहा है कि वह उनकी कंपनी के साथ जुड़ने के लिए तैयार नए लोगों की तलाश में है. उन्होंने विशेषकर उन लोगों को आमंत्रित किया है जिन्हें हाल ही ट्विटर से निकाला गया है. गौरतलब है कि ट्विटर के नए बॉस एलन मस्क ने कंपनी की कमान संभालने के बाद कई लोगों को नौकरी से बाहर कर दिया है. इसमें भारत में ट्विटर का स्टाफ भी शामिल है. भारतीय माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म Koo अन्य कई कंपनियों की तरह इन कर्मचारियों की मदद के लिए सामने आया है.
मयंक बिदावतका के अनुसार, वह उन ट्विटर कर्मचारियों की भर्ती के लिए तैयार हैं जिन्हें या तो हटा दिया गया है या जिन्होंने मस्क के फरमानों के चलते ट्विटर को छोड़ दिया है. उन्होंने पूर्व ट्विटर कर्मचारियों को लेकर कहा कि उन्हें वहां काम करने का मौका मिलना चाहिए जहां उनकी प्रतिभा को महत्व दिया जाता है. बिदावतका ने आगे लिखा कि वह कुछ ट्विटर पूर्व कर्मचारियों को काम पर रखेंगे क्योंकि उनकी कंपनी विस्तार के साथ अपने बड़े अगले दौर की तरफ जाएगी.
ट्विटर पर ट्रे़ंड कर रहा था #RIPTwitter
शुक्रवार को #RIPTwitter ट्रेंड कर रहा था. इस पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के यूजर्स ने कई मीम बनाकर अपनी प्रतिक्रिया दी. वहीं, कई कर्मचारियों ने अपनी परेशानियों के बारे में भी बताया. यहां तक की खुद ट्विटर के बॉस मस्क ने भी एक मीम शेयर किया जिसमें आप ‘ट्विटर की कब्र’ देख सकते हैं. यह हैशटैग मस्क द्वारा कंपनी के कर्मचारियों को एक अल्टीमेटम ई-मेल भेजने के बाद ट्रेंड हुआ था. दरअसल, मस्क ने ई-मेल में कहा था कि या तो कर्मचारी कई घंटों तक लगातार काम करने को तैयार रहें या फिर 3 महीने का वेतन लेकर नौकरी छोड़ दें. इसके बाद सैकड़ों कर्मचारियों ने अपने इस्तीफे की भी पेशकश कर दी थी.
करीब 50 फीसदी कर्मचारी बाहर
जब से मस्क के हाथों में ट्विटर की कमाई आई है तब से करीब 50 फीसदी कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया जा चुका है. इसमें कंपनी के पूर्व सीईओ पराग अग्रवाल भी शामिल हैं. मस्क के इस फैसले का असर भारत में काम कर रही ट्विटर की टीम कर्मचारियों पर भी पड़ा है. ट्विटर ही नहीं फेसबुक ने भी अपने कई कर्मचारियों की छंटनी की है. अब इन लोगों की मदद के लिए कई कंपनियां सामने आ रही हैं.
कई और देशों में लॉन्च होगा KOO
Koo के सह-संस्थापक ने हाल ही में इकॉनोमिक्स टाइम्स को दिए गए इंटरव्यू के दौरान कहा था कि वह ट्विटर को जबरदस्त मुकाबला देने के लिए दूसरे देशों में भी अपने प्लेटफॉर्म को लॉन्च करेगा. इसमें बांग्लादेश, फिलिपींस, मिडिल ईस्ट और अफ्रीका जैसे देशों के नाम शामिल होंगे. बता दें कि कू ऐप की स्थापना 3 साल पहले हुई थी. इसे अब तक 5 करोड़ से अधिक बार डाउनलोड किया जा चुका है.