तरुण पुष्कर को नहीं संभाल पा रहा PWD ,खेल विभाग को सौंपने को लिखा पत्र
भोपाल
राजधानी परियोजना (सीपीए) के बंद होने के बाद कामों का बंटवारा हुआ था। उसमें बड़े भवनों का मेंटेनेंस और तरुण पुष्कर सहित कई काम पीडब्ल्यूडी को दिए गए थे। लेकिन पीडब्ल्यूडी इनको विशेषकर तरुण पुष्कर को नहीं संभाल पा रहा है। सूत्रों के अनुसार विभाग ने एक पत्र लिखकर इसे खेल विभाग को सौंपने की बात कही है। गौरतलब है कि यहां पिछले दिनों एक रंगकर्मी की तरण पुष्कर में मौत भी हो चुकी है।
सीपीए के रहते हुए भी कई विवाद
तुलसी नगर स्थित प्रकाश तरण पुष्कर खेल विभाग के पास जा सकता है। पीडब्ल्यूडी ने यह प्रस्ताव खेल विभाग को भेजा है। विभाग का तर्क है कि स्वीमिंग पुल का संचालन पीडब्ल्यूडी का काम नहीं है, इसलिए इसे खेल विभाग को सौंप दिया जाए। हालांकि इसको लेकर यह सवाल भी उठाया जा रहा है कि क्या खेल विभाग आम लोगों को यहां स्वीमिंग की अनुमति देगा। गौरतलब है कि जब सीपीए इस पुष्कर को देखता था तब भी गैस रिसने सहित कई विवाद हो चुके हैं। यही कारण है कि पीडब्ल्यूडी अफसर इससे हाथ खींचना चाहते हैं। अब यह तय होना है कि यह नगर निगम के पास जाए या खेल के क्योंकि ओल्ड सिटी में एक स्विंमिंग पुल नगर निगम चला चुका है।
कैसे हो बिल्डिंग का मेंटेनेंस
वल्लभ भवन, सतपुडा और विंध्याचल सहित अन्य सरकारी भवनों का मेंटेनेंस पीडब्ल्यूडी के लिए मुश्किल हो रहा है। इन भवनों के मेंटेनेंस के लिए सीपीए ने जो एनुअल मैंटेनेंस कांट्रेक्ट किए थे, उनके 45 करोड रु पए बकाया है। सीपीए आठ महीनों में हुए कार्यों को जोड़ लिया जाए तो यह राशि 51 करोड़ रु पए तक पहुंच गई है। यही कारण यह है कि अब कांट्रेक्टर इस तरफ ध्यान नहीं दे रहे हैं क्योंकि जब तक पीडब्यलूडी को रुका पेमेंट नहीं मिलेगा तब तक ठेकेदारों को पेमेंट कैसे होगा।