दुनिया का सबसे बड़ा एक्टिव ज्वालामुखी मौना लोआ 40 सालों में पहली बार फटा, उगल रहा है लावा
अमेरिका
दुनिया का सबसे बड़ा एक्टिव ज्वालामुखी मौना लोआ (Mauna Loa) हवाई (संयुक्त राज्य अमेरिका की एक जगह) में फट गया है। मौना लुआ,दुनिया का सबसे बड़ा सक्रिय ज्वालामुखी है,जो 40 सालों में पहली बार फटा है। यूनाइटेट स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) के मुताबिक ज्वालामुखी मौना लोआ के शिखर से विस्फोट 27 नवंबर को स्थानीय समयानुसार लगभग 11:30 बजे से शुरू हुआ था। उसके बाद से ही ज्वालामुखीय राख और लावा उगल रहा है। ज्वामुखी के शिखर पर ही अभी लावा निकल रहा है।
हालांकि अभी स्थानीय लोगों को इससे कोई खतरा नहीं है। जानिए अमेरिका में किस जगह फटा लावा, क्या कहते हैं एक्सपर्ट बता दें कि ज्वालामुखी मौना लोआ अमेरिका के हवाई में स्थित है और यहीं फटा है। हवाई संयुक्त राज्य अमेरिका का प्रशांत महासागर के मध्य में स्थित एक प्रांत है। यूनाइटेट स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक तेज चलती हवाएं ज्वालामुखी की राख और गैस को अन्य इलाकों में भी लेकर जा सकती हैं। USGS ने पिछली बार की घटनाओं को याद करते हुए कहा है कि ऐसा हो सकता है कि मौना लोआ विस्फोट के शुरुआती चरण बहुत गतिशील हो जाए।
लावा के बहने की स्पीड तेजी से बदल सकती है USGS ने कहा है कि लावा के बहने की जगह और स्पीड दोनों बहुत तेजी से बदल सकती है। अगर विस्फोट हल्का होता है तो लावा भी ऊपर ही रह जाता है। लेकिन अगर ये विस्फोट बढ़ा तो मुश्किल होगी। विस्फोट बढ़ा तो हम देखेंगे कि लावा बाहर निकलने लगेगा और बहुत स्पीड से नीचे की ओर बढ़ेगा। अमेरिका में लाल हुआ आसमान अमेरिका के हवाई की आपातकालीन प्रबंधन एजेंसी ने कहा है कि फिलहाल इस ज्वालामुखी मौना लोआ के फटने से आबादी वाले इलाकों में कोई खतरा का अंदेशा नहीं है। सोशल मीडिया पर हवाई के लोगों ने ज्वालामुखी मौना लोआ के फटने के बाद की तस्वीरें शेयर की हैं। जिसमें आसमान लाल होता देखा जा रहा है। वहीं कुछ तस्वीरों में जमीन पर राख दिखाई दे रहा है। कई लोगों ने सोशल मीडिया पर लिखा है, कि बहता लावा ऐसा लग रहा है, जैसे मानों कोई आग की नदी बह रही हो।
एयर क्वालिटी होगी प्रभावित मंगलवार की सुबह अमेरिका के हवाई स्वास्थ्य विभाग (डीओएच) ने जनता को मौना लोआ विस्फोट के कारण एयर क्वालिटी के खराब होने को लेकर चेताया है। डीओएच ने कहा है कि मौना लोआ विस्फोट के कारण वायु गुणवत्ता प्रभावों के लिए जनता को तैयार रहना चाहिए। हालांकि फिलहाल एयर क्वालिटी इंडेक्स सामान्य बनी हुई है। लेकिन पूरी संभावना है कि ये बिगड़ सकती है। हालांकि, विस्फोट से वोग की स्थिति, हवा में राख और राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में सल्फर डाइऑक्साइड के स्तर में वृद्धि और उतार-चढ़ाव हो सकता है। स्थितियां तेजी से बदल रही हैं, और खराब वायु गुणवत्ता प्रभावित कर सकती हैं।