November 24, 2024

’24 घंटे में हटा दूंगा’ गहलोत-पायलट कैंप के नेताओं को केसी वेणुगोपाल की नसीहत

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 जयपुर 

राजस्थान में सियासी खींचतान के बीच एआईसीसी के संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल ने गहलोत और पायलट कैंप के बयानवीर नेताओं को नसीहत दी है। केसी वेणुगोपाल ने स्पष्ट कहा- अब मेरी सुनिए। बयानबाजी की तो 24 घंटे में हटा दूंगा। सभी मंत्रियों और विधायक सुन लें। मेरे निर्देश के बाद भी बयानबाजी हो रही है। अगर अब आप ने एक शब्द भी बोला तो आज जो है कल नहीं रहोगे, जो उपस्थित है, वे भी सुन लें, जो नहीं है उन्हें मैसेज कर दिया जाए। वेणुगोपाल के इतना कहते ही मीटिंग में सन्नाटा छा गया। वेणुगोपाल ने सख्त लहजे में कहा कि अनुशासनहीनता बर्दास्त नहीं की जाएगी।  बता दें वेणुगोपाल ने मंगलवार को पीसीसी कार्यालय के वाॅर रूम में कांग्रेस नेताओं के साथ मीटिंग की। मीटिंग में सीएम गहलोत- सचिन पायलट, पीसीसी चीफ  गोविंद सिंह डोटासरा और पार्टी महासचिव भंवर जितेंद्र सिंह मौजूद रहे। केसी वेणुगोपाल ने भारत जोड़ो यात्रा की तैयारियों के संबंध में तैयारियों को जायजा लिय। चर्चा है कि केसी वेणुगोपाल ने सीएम गहलोत औऱ पायलट ने अलग से भी बात की है।

पंजाब प्रभारी हरीश चौधरी पर भड़के
चर्चा है कि कांग्रेस के वाॅर रूम में पंजाब प्रभारी हरीश चौधरी पर केसी वेणुगोपाल भड़क गए। हरीश चौधरी ने कहा कि किसी के मन में कोई बात है तो वह कहेगा। इस पर वेणुगोपाल उखड़ गए। वेणुगोपाल ने कहा कि आपके मन में जो कुछ है बोलें। चौधरी ने कहा कि मेरे मन में बहुत कुछ है। लेकिन मैं यात्रा समाप्त होने के बाद बोलूंगा। यह सुनकर वेणुगोपाल और भड़क गए। बोले- आपका मतलब क्या है। आप पंजाब के प्रभारी है। CWC मेंबर है। इतना वरिष्ठ होने के बावजूद भी इस तरह की बात आप कैसे कर सकते है।  वेणुगोपाल के लहजे को भांप कर चौधरी समेत पार्टी के अन्य नेताओं ने चुप्पी साध ली।  वेणुगोपाल ने स्पष्ट कहा कि सभी नेता अनुशासन में रहे। यदि किसी ने गड़बड़ी की तो अनुशानसनात्मक कार्यवाही के लिए तैयार रहे। 

निर्देश के बावजूद भी जारी है बयानबाजी
बता दें, केसी वेणुगोपाल ने 25 सितंबर को कांग्रेस विधायक दल की बैठक का बहिष्कार करने के बाद एडवाईजरी जारी की थी। जिसमें बयानबाजी नहीं करने के लिए चेताया था। पार्टी आलाकमान की एडवाइजरी के बावजूद भी गहलोत और पायलट कैंप के नेताओं के बीच बयानबाजी नहीं थम रही है। पायलट कैंप के माने जाने वाले मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा यात्रा से पहले नेतृत्व परिवर्तन की मांग की है। जवाब में गहलोत कैंप के मंत्री परसादी लाल ने कहा- 35 दिन बाडे़बंदी में रहकर सरकार को अस्थिर करने वालों को नेतृत्व नहीं सौंपना चाहिए। वरना राजस्थान में पंजाब जैसे हालात हो जाएंगे। 
 

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