ईडी की कार्यवाही भाजपा की राजनैतिक हताशा : कांग्रेस
रायपुर
मुख्यमंत्री सचिवालय की उपसचिव पर ईडी द्वारा की गयी कार्यवाही को कांग्रेस ने भाजपा की राजनैतिक हताशा बताया है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस सरकार और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का राजनैतिक रूप से मुकाबला नहीं कर पा रही है तो वह केंद्रीय जांच एजेंसियों को दुरूपयोग कर कांग्रेस सरकार की छवि खराब करने का षड्यंत्र रच रही है। भाजपा के इस अतिवादी चरित्र को पूरा प्रदेश और देश देख रहा है। छत्तीसगढ़ में मुद्दों के दिवालियेपन से जूझ रही, भाजपा लगातार मनगढ़त आरोपों के आधार पर राजनीति करने का प्रयास किया है लेकिन वह हमेशा असफल साबित हुई है। इसके पहले भी भाजपा ने मुख्यमंत्री और सरकार की छवि खराब करने के लिये अनेक प्रयास किया है लेकिन उसमें वह बुरी तरह से नाकामयाब साबित हुई है। इस बार भी भाजपा के षड?ंत्रों का वही हश्र होगा।
शुक्ला ने कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार ने देश भर में अपने मुखर विरोधी राज्य सरकारों के खिलाफ ईडी, सीबीआई का दुरुपयोग किया है। विरोधी दलों की सरकारों को प्रताड़ित करने का काम किया है। पं. बंगाल में तृणमूल की ममता बेनर्जी, झारखंड हेमंत सोरेन सरकार, दिल्ली के केजरीवाल के उप मुख्यमंत्री सिसोदिया, पंजाब की पूर्व कांग्रेस की चन्नी सरकार जैसे अनेकों उदाहरण जहां पर भाजपा ने केंद्रीय एजेंसियों के माध्यम से भय और आतंक फैलाने का प्रयास किया है। छत्तीसगढ़ में की गयी ईडी की कार्यवाही भी भाजपा के उन्हीं षड्यंत्रों का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री को इन्फोर्समेंट डायरेक्टर को पत्र लिखकर छत्तीसगढ़ के नान घोटाला जिसमें गरीबों के राशन में 36,000 करोड़ का घोटाला हुआ, 6000 करोड़ के चिटफंड घोटाला की जांच के लिये अनुरोध किया। केंद्र सरकार नान और चिटफंड घोटाला की जांच ईडी से करवाने का साहस क्यों नहीं दिखा रही? क्यों इस घोटाले में पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का नाम है इसलिये भाजपा नान और चिटफंड घोटाले की जांच में घबरा रही है। जब काल्पनिक और कूटरचित मुद्दों के आधार पर ईडी कार्यवाही कर सकती है तब ठोस साक्ष्यों के आधार पर ईडी की जांच क्यों रोका जा रहा है?