Rampur Sadar by Election: सपा के गढ़ में BJP लगाएगी सेंध या आजम का रुतबा रहेगा कायम ?
रामपुर
उत्तर प्रदेश विधानभा चुनाव में शानदार जीत हासिल करने वाली बीजेपी (Bhartiya Janta Party) के पास वरिष्ठ समाजवादी नेता आजम खां (Azam Khan) की सदर सीट को जीतने का सुनहरा मौका है। हालांकि यह बीजेपी के लिए इतना आसान भी नहीं है। इस सीट पर पांच दिसंबर को उपचुनाव होगा। शनिवार को चुनाव प्रचार का शोम थम गया। इस सीट पर हो रहे चुनाव को बीजेपी और सपा (Samajwadi Party) कितनी गंभीरता से ले रहे हैं। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने जहां बीजेपी के लिए प्रचार किया वहीं पूर्व सीएम अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने भी आजम के लिए प्रचार कर सपा के कार्यकर्ताओं में जोश भरने का पूरा प्रयास किया।
रामपुर सदर सीट पर आजम की साख दांव पर वहीं सपा नेता आजम खां या उनके परिवार के किसी सदस्य ने इस बार चुनाव नहीं लड़ा है। आजम खान का किला तोड़ने के लिए बीजेपी ने अपने उम्मीदवार आकाश सक्सेना को मैदान में उतारा है। लेकिन इस दौरान आजम खान के करीबी एक-एक कर बीजेपी में शामिल हो रहे हैं। रामपुर सपा का एक और गढ़ है जहां दिग्गज नेता आजम खान अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं। रामपुर विधानसभा सीट पर इस बार सबकी नजर इसलिए भी है कि इस बार बीजेपी यहां लोकसभा उपचुनाव की तरह परिणामों से सबको चौंका सकती है।
सपा से रामपुर लोकसभा छीन चुकी है बीजेपी आजम के गढ़ से रामपुर लोकसभा सीट छीनने के पांच महीने बाद, भाजपा अब पसमांदा मुस्लिम मतदाताओं को लुभाने में लगी है। भाजपा ने अपने मुस्लिम नेताओं को पसमांदा (ओबीसी) मुसलमानों पर जीत हासिल करने के लिए तैनात किया और पूरे निर्वाचन क्षेत्र में छोटी बैठकें और सम्मेलन आयोजित किए। आजम खान रामपुर उपचुनाव में असीम रजा के लिए वोट मांग रहे हैं। भाजपा रामपुर लोकसभा उपचुनाव जीतने के प्रति आश्वस्त दिख रही है। इसके अलावा खतौली विधानसभा सीट को बरकरार रखने के लिए बीजेपी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी। खतौली विधानसभा सीट को बरकरार रखने के लिए भाजपा हठधर्मिता करती नजर आ रही है। आजम के लिए मुश्किलें लेकर आया ये चुनाव यह चुनाव भी हालांकि आजम के लिए मुश्किलें ही लेकर आया है।
प्रचार के दौरान आजम खां के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। उत्तर प्रदेश पुलिस ने शुक्रवार को समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता और पूर्व मंत्री आजम खान को यूपी के रामपुर में एक सार्वजनिक रैली के दौरान महिलाओं और बच्चों के प्रति कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए मामला दर्ज किया। रामपुर के उप पुलिस अधीक्षक अनुज कुमार चौधरी ने कहा कि एक महिला ने शिकायत दर्ज कराई और खान के खिलाफ अपने आरोप के समर्थन में एक ऑडियो फाइल पुलिस को सौंपी और शिकायत के आधार पर उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया। 27 महीने बाद जेल से बाहर आए हैं आजम 80 से अधिक मामलों का सामना कर रहे आजम को 27 महीने बाद गत मई में जमानत पर रिहा किया गया था। पांच महीने पहले हुए संसदीय उपचुनाव में हारे उनके करीबी आसिम रजा को सपा ने विधानसभा सीट से उतारा है।
भाजपा विधायक विक्रम सिंह सैनी को 2013 के दंगों के एक मामले में जिला अदालत द्वारा दोषी ठहराए जाने और दो साल की सजा के बाद अयोग्य ठहराए जाने के कारण खतौली विधानसभा सीट पर उपचुनाव जरूरी हो गया है। रामपुर में बीजेपी से सीधा मुकाबला रामपुर और खतौली विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए प्रचार शनिवार शाम को थम गया। तीनों सीटों पर सत्तारूढ़ बीजेपी का सीधा मुकाबला समाजवादी पार्टी-राष्ट्रीय लोकदल गठबंधन से है। सपा का 'मुस्लिम चेहरा' माने जाने वाले आजम इस साल मार्च में हुए विधानसभा चुनाव में दसवीं बार रामपुर से जीते थे। नफरत फैलाने वाले भाषण के मामले में तीन साल की सजा सुनाए जाने के बाद आजम की अयोग्यता के बाद उपचुनाव हो रहा है।