‘रॉड से मौत’ : Indian Railway ने 15 हजार मुआवजा दिया, परिजन भड़के, सरकारी नौकरी और एक करोड़ रुपये की मांग
नई दिल्ली
चलती ट्रेन में खिड़की के पास बैठे शख्स के गले में रॉड घुसने से यात्री की मौत के बाद रेलवे ने 15 हजार रुपये का मुआवजा दिया। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में डाबर सोमना रेलवे स्टेशन के पास नीलांचल एक्सप्रेस से सफर कर रहे यात्री की दर्दनाक मौत के बाद मृतक के परिजन एक करोड़ रुपये मुआवजा मांग रहे हैं। सरकारी नौकरी की मांग भी की जा रही है, लेकिन रेलवे ने मृतक के परिजन को 15 हजार रुपए के मुआवजे की पेशकश की। परिजनों ने रेलवे के बर्ताव को असंवेदनशील बताते हुए मुआवजे की राशि ठुकरा दी है। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में थाना गभाना क्षेत्र में हुआ हादसा इतना दर्दनाक था कि लोहे की रॉड यात्री की गर्दन में शीशा तोड़कर गर्दन के आर-पार हो गई।
यात्री की मौके पर ही मौत हो गई थी। नीलांचल एक्सप्रेस में यात्री की मौत के बाद परिवार का पता लगाया गया। आज तक की रिपोर्ट के मुताबिक मृतक के पिता संतराम दुबे ने कहा कि उनका पुत्र हरकेश दुबे दिल्ली से सुल्तानपुर जाने के लिए नीलांचल एक्सप्रेस में सवार हुआ। डाबर सोमना रेलवे स्टेशन के बीच लोहे की रॉड शीशा तोड़ते हुए ट्रेन और गर्दन में जा घुसी। मौके पर ही हरकेश की मौत हो गई।
शव लेने अलीगढ़ पहुंचे परिजनों और अफसरों के बीच हुई नोकझोंक के बाद सरकारी रेल पुलिस (जीआरपी) व रेलवे पुलिस फोर्स (आरपीएफ) ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। शव लेने अलीगढ़ पहुंचे मृतक के परिजनों और रेलवे अधिकारियों के बीच मुआवजे की मांग को लेकर नोकझोंक व हंगामा हुआ। संतराम दुबे ने कहा कि हरकेश के 2 छोटे बच्चे हैं। घर में कोई कमाने वाला भी नहीं है। आज तक की रिपोर्ट में कहा गया, हरकेश की मृत्यु पर पीड़ित परिवार ने रेलवे से 1 करोड़ रुपए मुआवजा और सरकारी नौकरी की मांगी की है। परिजनों ने इंसाफ और वाजिब मुआवजा पाने के लिए अदालत जाने की चेतावनी भी दी है।