देश के 11 राज्यों में राष्ट्रीय औसत से ज्यादा बेरोजगारी, बिहार-यूपी नहीं ये प्रदेश हैं टॉप पर
नई दिल्ली
देश में दिल्ली, हरियाणा, बिहार, राजस्थान और जम्मू-कश्मीर जैसे 11 ऐसे राज्य हैं जहां नवंबर में राष्ट्रीय औसत से ज्यादा बेरोजगारी दर्ज की गई है। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी यानी सीएमआईई के ताजा आंकड़ों में पिछले महीने के मुकाबले ग्रामीण बेरोजगारी में आधा फीसदी का सुधार हुआ है लेकिन शहरी बेरोजगारी पौने दो फीसदी बढ़ी। वहीं अगर बेरोजगारी के 30 दिन के औसत आंकड़ों की बात की जाए तो इसमें अभी भी बढ़त जाती है। 2 दिसंबर तक ये नवंबर में 8 फीसदी के मुकाबले 8.1 फीसदी तक पहुंच गई है।
सीएमआईई के आंकड़ों के मुताबिक हरियाणा में बेरोजगारी 30.6 फीसदी है। वहीं बिहार में 17.3, दिल्ली में 12.7, झारखंड में 14.3, राजस्थान में 24.5 और जम्मू-कश्मीर में 23.9 फीसदी बेरोजगारी दर्ज की गई। वहीं उत्तर प्रदेश में ये 4.1, उत्तराखंड में 1.2 और छत्तीसगढ़ में सबसे कम 0.1 फीसदी दर्ज की गई है। आंकड़ों के मुताबिक नवंबर में शहरी क्षेत्रों की बेरोजगारी में पिछले महीने से पौने दो फीसदी का इजाफा हुआ है। ये 8.96 फीसदी पर पहुंच गई है। वहीं ग्रामीण बेरोजगारी दर आधा फीसदी घटकर 7.55 फीसदी रही।
हिंदुस्तान को सूत्रों के जरिए मिली जानकारी के मुताबिक केंद्र सरकार आने वाले बजट में ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार बढ़ाने की व्यवस्था पर विचार कर रही है। सरकार को कारोबारियों और लेबर यूनियनों की तरफ से इस बारे में ग्रामीण इलाकों में निवेश बढ़ाने जैसे सुझाव दिए गए हैं। उन सभी सुझावों पर अमल करते हुए रणनीति का खाका तैयार किया जा रहा है।
विशेषज्ञों के मुताबिक मौजूदा समय में वैश्विक आर्थिक सुस्ती को देखते हुए भारत में आईटी क्षेत्र पर सबसे ज्यादा असर देखने को मिल रहा है। जॉब कंसल्टेंसी कंपनी ग्लोबल हंट के मैनेजिंग डायरेक्टर सुनील गोयल के मुताबिक इस क्षेत्र में बड़ी कंपनियों के ऑर्डर में उतार चढ़ाव दिखने लगा है। इसके चलते कुछ जगहों पर छंटनी जैसी खबरे आ रही हैं। साथ ही जिन कंपनियों ने जरूरत से ज्यादा लोगों को नौकरी पर रखा था वो अपना स्टाफ घटा रही है।