November 24, 2024

फोर्ब्स ने की लिस्ट जारी :कमाने में नहीं दान देने में भी गौतम अडानी एशिया में है नंबर एक पर

0

मुंबई
अमेरिका
की मशहूर बिजनेस मैगजीन फोर्ब्स ने हाल ही में एशिया के सबसे बड़े दानवीरों की लिस्ट जारी की है। इस लिस्ट में 3 भारतीयों के नाम शामिल हैं, जिसमें भारत के दिग्गज बिजनेसमैन गौतम अडानी टॉप पर हैं। इस लिस्ट के मुताबिक अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने इस साल 60,000 करोड़ रुपए परोपकार के कार्यों में लगाए। अडानी के अलावा इस लिस्ट में HCL टेक्नोलॉजीज के शिव नादर और हैपिएस्ट माइंड्स टेक्नोलॉजीज के अशोक सूता को भी जगह मिली है। इसके अलावा मलेशियाई-भारतीय बिजनेसमैन ब्राह्मल वासुदेवन और उनकी वकील पत्नी शांति कंडिया का नाम भी इस लिस्ट में शामिल है। दोनों भारत और मलेशिया में दान पर करोड़ों दे रहे हैं।

60वें जन्मदिन पर की थी 60 हजार करोड़ रुपए दान करने की घोषणा
अडानी ग्रुप के संस्थापक 60 वर्षीय गौतम अडानी इस समय एशिया के सबसे अमीर और दुनिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति हैं। उन्होंने इसी साल जून में 60 साल की उम्र पूरी होने पर सोशल वर्क के तौर पर 60 हजार करोड़ रुपए खर्च करने की बात कही थी। अडानी ने दावा किया है कि उनके इन पैसों को हेल्थ, एजुकेशन और स्कील डेवलपमेंट पर खर्च किया जा रहा है। बता दें कि अडानी ग्रुप देश का सबसे बड़ा पोर्ट ऑपरेटर समूह है।

इस साल 11,600 करोड़ रु. दान कर चुके हैं शिव नादर
अब बात करते हैं इस लिस्ट में शामिल दूसरे नाम की जो एचसीएल टेक्नोलॉजीज लिमिटेड, शिव नादर फाउंडेशन के फाउंडर तथा चेयरमैन इमेरिटस शिव नादर का है। 70 वर्षीय शिव नादर ने इस साल 11,600 करोड़ रुपए दान किए हैं। इस रकम से स्कूल और कॉलेज बन रहे हैं। बताते चलें कि शिव की गिनती भारत के शीर्ष दानदाताओं में की जाती है। शिव नादर ने बीते कुछ दशकों में अपनी संपत्ति का लगभग 1 बिलियन डॉलर शिव नादर फाउंडेशन के जरिए सामाजिक कारणों में लगाया है।

अशोक सूता ने रिसर्च के लिए दान किए 600 करोड़ रुपए
इसी लिस्ट में तीसरे भारतीय हैं हैप्पिएस्ट माइंड्स के एग्जीक्यूटिव चेयरमैन अशोक सूता। 80 वर्षीय सूता ने चिकित्सा अनुसंधान के लिए 600 करोड़ रुपए दान दिए हैं। उन्होंने उम्र बढ़ने और न्यूरोलॉजिकल बीमारियों के अध्ययन के लिए अप्रैल 2021 में यह मेडिकल रिसर्च ट्रस्ट बनाया था। अशोक सूता को व्यापक रूप से भारतीय आईटी सेक्टर के अग्रणी लीडर्स में से एक माना जाता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed